एसडीएम ने नगर पंचायत के नाला निर्माण टेंडर प्रक्रिया की शिकायत पर की जाँच।।
रामपुरा (जालौन):- नगर पंचायत रामपुरा की 23 भागों में तीन नाला के निर्माण की ऑफ लाइन टेंडर प्रक्रिया की मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई थी। शासन द्वारा जिसकी जाँच एसडीएम माधौगढ़ शशिभूषण को सौपीं गई थी।
मंगलवार को एसडीएम माधौगढ़ शशिभूषण द्वारा नगर पंचायत रामपुरा पहुँचकर नगर के तीन नाला निर्माण की ऑफ लायन प्रक्रिया की शिकायत के सापेक्ष मौके पर पहुँचकर भौतिक सत्यापन किया गया। एसडीएम द्वारा नगर के वार्ड नं 1, 2 व 4 में पहुँचकर नालों की माफ लेखपाल दीपक वर्मा द्वारा कराई। मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई नालों की शिकायत में कहा गया कि नगर में कल्लू के होटल से राजू खाँ के प्लाट तक नाले के निर्माण को सात टुकड़ों में विभाजित कर ऑफलाइन टेंडर निकले गये। दूसरा नाला 9 टुकड़ों में बाँटा गया जो पचोखरा रोड़ पर सुनील राठौर के घर रानू के प्लाट तक किया जा सकता था। तीसरा नाला निर्माण वार्ड नं 2 में 8 टुकड़ो में बाँटा गया, जो रघुनंदन के घर से मुन्नीलाल आदि के मकान से सीधा दीनदयाल के घर तक निर्माण किया जा सकता था।
नालों के निर्माण टेंडर प्रक्रिया में 10 प्रतिशत धनराशि अग्रिम जमा करना।
नालों की ऑफलाइन टेंडर प्रक्रिया की खरीद में 10 प्रतिशत अग्रिम राशि जमा करने का प्रावधान रखा गया हैं, जो अन्य नगर पंचायत, जिला पंचायत आदि विभागों में शुल्क 2 प्रतिशत हैं बाकी 8 प्रतिशत टैंडर स्वीकृत होने पर जमा कराई जाती हैं। परन्तु नगर पंचायत रामपुरा द्वारा ये अनूठा प्रबंध जानबूझकर किया गया हैं। जो छोटे ठेकेदारों को इस कार्य से वंचित रखने की नियत को जाहिर करता हैं।
एसडीएम माधौगढ़ शशिभूषण ने बताया कि नगर पंचायत रामपुरा में नाला निर्माण के टेंडर प्रक्रिया तथा नालों के विभाजन के सम्बंध में शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसके सापेक्ष लेखपाल को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया गया। जाँच की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के समक्ष पेश कर दी जायेगी।