किशोरी शिक्षा समाधान योजना के तहत गरीब बच्चियों को शिक्षा के क्षेत्र में मिला बड़ा योगदान
शिक्षा आगे जारी रखने के लिए समाजसेवियों के द्वारा कुमारी निशा जाटव को मिला लैपटॉप
कुमारी निशा जाटव के माँ -पिता न होने के कारण समाजसेवी आये आगे
उरई (जालौन)जनपद के समाजसेवियों के द्वारा शुक्रवार को कुमारी निशा जाटव को समाजसेवियों में रामराजा निरंजन उद्योगपति, नितिन मित्तल शिक्षाविद,शशिकांत द्विवेदी समाजसेवी, अजय इटोरिया शिक्षाविद, सुनील इलेक्ट्रॉनिका व्यवसायी, रमाकांत प्रबंधक, शैलेंद्र सोनी, अजय पांडे, और महेंद्र भाटिया शिक्षक, समाजसेवियों द्वारा कुमारी निशा जाटव को जालौन में लैपटॉप उपलब्ध कराया गया। कुमारी निशा जनपद जालौन में 2018 से चलाए गए नवाचार “किशोरी शिक्षा समाधान योजना” के तहत पढ़कर हाईस्कूल,इंटर के बाद आज दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यनरत है। पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल एवं जनपद के समाजसेवियो के द्वारा जालौन में किए गए लगभग 300 गरीब छात्राओं को हाईस्कूल,इंटर में मदद की गई थी। उसी क्रम में यह कुछ बच्चियों हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। उनमें से यह एक बच्ची है, जिसको समाजसेवियों ने अपनी उसी परंपरा को आगे बढाते हुए नवचारी सहयोग तथा मदद को जारी रखा है। तत्कालीन जिलाधिकारी डा मन्नान अख्तर साहब तथा तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत प्रसाद पटेल द्वारा समाज सेवियों का आभार व्यक्त करते हुए गरीब छात्राएं जो की उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है,को अपने सपने पूरा करने में पूरी मदद का भरोसा दिलाते हुए, उज्जवल भविष्य की कामना की है। कुमारी निशा जाटव द्वारा लैपटॉप प्राप्त करने के बाद विचार व्यक्त किए गए, की अब उसकी पढ़ाई में चार चांद लगेंगे और और अच्छे मन से लगन के साथ टेक्नोलॉजी का ऑनलाइन सिस्टम का प्रयोग करते हुए हो पढ़ाई जारी रखेगी, और “परवाह” परिवार के सदस्यों का निशा ने आभार व्यक्त किया और कहा कि मैं आप लोगों द्वारा जो सहयोग और संबल तथा मार्गदर्शन प्राप्त कराया जा रहा है उससे मेरी जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव आया है और मैंने भी एक सपना देखा है कि मैं कुछ बनकर के समाज को जरूर वापस करूंगी। कुमारी निशा जाटव यह वही बच्ची है जिसके माता-पिता नहीं है और चार बहने हैं अत्यधिक गरीब है लेकिन प्रतिभाशाली है और जिसको 2019 में उत्तर प्रदेश सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत नारी शक्ति फेज 3 में मेगा इवेंट के दरमियान जनपद का एक दिन का डीएम भी बनाया गया था।