कैसे होंगे बच्चों सपने पूरे जब मास्टर के बिना विद्यालय अधूरे ।।
संवाददाता अंजनी कुमार सोनी
रामपुरा:- विकास खण्ड रामपुरा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अंदेलामड़ईया के अध्यापकों की लापरवाही के चलते बीहड़ इलाकों में शायद ही बच्चे अपने सपनों को पूरा कर पाएंगे कहीं रोड़ पर खड़े होकर तो कहीं विद्यालय के गेट पर तो कहीं कमरों की खिड़की के बाहर राह ताकते नौनिहाल अध्यापकों के समय पर विद्यालय ना पहुंचने पर अपनी बेवसी व लाचारी को धता बताने को मजबूर है।
शासन शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने मे कितना जोर क्यों ना दे पर इसका असर अध्यापकों पर नही पड़ने वाला बच्चों के सपनों को रोंद कर अध्यापक शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने मे तुले है ऐसा ही एक मामला रामपुरा क्षेत्र के बीहड़ के ग्राम अंदेलामड़ईया का है जिसमे अध्यापक विद्यालय समय को दरकिनार कर अपने बनाये समय पर विद्यालय पहुंचकर कार्यालय खोलते है असल मायनो मे देखा जाये तो बीहड़ मे पढ़ाई लिखाई से लेकर दैनिक आयामों की बात की जाये तो स्थिति किसी से छिपी नहीं है खेत खलियानों मे दो बक्त की रोटी का गुजारा करने वाले अभिभावक सरकारी विद्यालय मे अपने बच्चों को भेजकर ही उनके सपनों को पूरा करना चाहते है लेकिन वहीं अध्यापको की लापरवाही नौनिहालो के सपनों को रोंद कर रोड़ा बन रही है।
रोड़ पर खड़े बच्चों को हादसे आहट,जिम्मेदार कौन।
सरकारी विद्यालय मे पढ़ने वाले बच्चों की ललक उन्हे विद्यालय के समय पर पहुंचने पर उनकी नई उम्मीदों को जगाती है अभिभावक भी उन्हे जल्द तैयार कर स्कूल भेजते है लेकिन जब अध्यापको के अपने मनमाने समय पर पहुँचने की खबर मिलती है तो बच्चों की सारी उम्मीदें टूट जाती है इतना ही रोड़ पर खड़े होकर घंटो अध्यापको का इंतजार हादसे की आहट को चुनौती दे रहा है ऐसे मे यदि कोई अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
बोले जिम्मेदार
खण्ड शिक्षा अधिकारी ज्ञान प्रकाश अवस्थी ने बताया की मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय पहुंचकर जायजा लिया जायेगा कमी पाये जाने पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।