ग्रामीण लोहिया आवास में की गई जमकर धोखाधड़ी

शासन के पैसे का हुआ जमकर बंदरबांट
ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद भी नहीं हो रही जांच
चित्रकूट- मऊ तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत ग्राम पंचायत रेडी भुसौली के प्रधान व सचिव द्वारा 2015-16-17-18-19-20 के सत्र में भारी घोटाला कर करोड़ो रूपये बिना कार्य कराए हड़प व बंदरबाट करने का समाचार उजागर हुआ है । प्रधान और सचिव भ्रष्टाचार के पर्याय बनते जा रहे हैं ग्रामीणों के शिकायत करने के बावजूद भी कोई भी जांच कार्यवाही नहीं की गई हैं ।
बताते चलें कि 2015 से 2017 तक तत्कालीन सरकार द्वारा लोहिया ग्रामीण आवास देने की योजना थी जिसमें ग्राम पंचायत रेडी भुसौली को 37 लोहिया आवास आवंटित किए गए थे ।जिसमें प्रधान व सचिव के द्वारा भारी रकम लेकर अपात्रों को आवास आवंटन कराए गए थे तथा जिन महिलाओं को लोहिया आवास दिए गए हैं प्रथम किस्त के समय सचिव और प्रधान द्वारा बैंक से निकासी करते समय कुछ लोगो के खाते से 50-50 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए गए थे और उनसे कहा गया था कि बाद में मकान बनते समय रुपए देने की बात कही थी और ग्राम प्रधान अब मकान बनते समय रुपए वापस नहीं कर रहा है और कह रहा है कि यह मेरे और अधिकारियों के कमीशन का पैसा है कई लाभार्थी कबूतरी पत्नी जगवरन,सुरेश कुमार पुत्र श्रीपाल ,गुड़िया पत्नी सुकुरुलाल, नूरजादी बेगम पत्नी असफाक , अमरावती पत्नी बुधई , नजमा बेगम पत्नी अजीज अहमद , श्याम सुंदर पुत्र बरमदिन , रोशनजहान पत्नी मोहम्मद अमजद आदि लोगो ने शपथ पत्र के माध्यम से शासन और प्रशासन को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजा था । लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत होने के कारण आज तक कोई भी जांच या कार्रवाई नहीं की गई है गांव के हितेश सिंह , लवकुश सिंह , रोहित , लवलेश सिंह , दुर्गा केवट धर्मराज , बाबू , बिहारीलाल आदि ग्रामीणों ने बताया है कि गांव के अपात्र राकेश निषाद , संत रामपाल आदि लोगो को लोहिया आवास का आवंटन कराया था लेकिन आज तक उक्त लोगों ने अपने आवास नहीं बनवाए और मोहम्मद अमजद , रज्जू मेहतर , श्यामसुंदर माली , भोंडल रैदास , धनीराम रैदास , बिट्टी देवी जो आदि प्रधान व सचिव के चहेते बनकर लोहिया आवास की पूरी रकम का बंदरबांट कर लिया गया है जबकि आज तक इन लोगो ने भवन का निर्माण नहीं कराया । ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि प्रधान सचिव व आर्यावर्त बैंक लालता रोड के शाखा प्रबंधक की मिलीभगत से धन का दुरुपयोग एवं बंदरबांट करके राज्य सरकार के धन को हड़पा गया है ।
गांव के गोरेलाल , रोहितलाल ने आरोप लगाते हुए बताया है कि शासन की तरफ से अन्ना गोवंश को पानी पीने के लिए दो चरही बनवाने के लिए आदेश हुआ था ।उसी समय अम्बोल साहू पुत्र रामलखन के दरवाजे में एक चरही 2016 में बनवाई गई थी दूसरी चरही रामराजपाल पंचायत मित्र के दरवाजे पर 2016 में बनवाई गई थी लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा दोनों चरहियो को तोड़वा कर नष्ट कर दिया है । जिससे पालतू गौवंशो व अन्ना गौवंशो को पानी पीने की भारी किल्लत झेलनी पड़ रही है ।
इसी प्रकार ग्राम पंचायत में चबूतरा निर्माण की धनराशि 70 हजार रुपये यात्री प्रतीक्षालय की धनराशि 25 हजार रुपये पंचायत भवन मरम्मत हेतु 75 हजार रुपये व सार्वजनिक सामुदायिक शौचालय हेतु 1 लाख रुपये शासन द्वारा दिए गए थे लेकिन यह कार्य आज तक नहीं कराए गए ।
ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व सचिव के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार एवं धोखाधड़ी व शासन द्वारा दिए गए विकास के लिए धन के गबन की जांच कराने के लिए जिला अधिकारी चित्रकूट से मांग किया है ।
अन्नू मिश्रा ब्यूरोचीफ (चित्रकूट उ०प्र)