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चकबंदी से छोटे खेतों की मेड़ों मे नहीं होती भूमि की बबार्दी- पारसनाथ

चकबंदी से छोटे खेतों की मेड़ों मे नहीं होती भूमि की बबार्दी- पारसनाथ

– चकबंदी अधिकारी ने किया मुआयना

मानिकपुर, चित्रकूट: तहसील अंतगर्त ग्राम पंचायत खरौंध में चकबंदी अधिकारी पारसनाथ यादव ने गुरुवार को सीमांकन पत्थरों व चिह्नों का मुआयना किया। उन्होंने किसानों को चकबंदी के फायदे बताए और कहा कि इससे टुकड़े-टुकड़े खेत एक जगह हो जाते हैं और किसान को इसका फायदा मिलता है।
चकबंदी अधिकारी ने सेक्टर व चक मागोंर् का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि चकबंदी से छोटे-छोटे खेतों की मेड़ों में भूमि बबार्द नहीं होती है। खेत बड़े हो जाने से मशीनीकरण आसान हो जाता है। खेत का आकार अधिक हो जाने से लागत घट जाती है। इससे किसान की आय बढ़ती है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में अक्सर परिवार में बंटवारे के बाद जमीन भी बंट जाती है। इससे सरकार चकबंदी करवाती है। खेती की भूमि छोटी होने की वजह से कृषि की आधुनिक तकनीक को नहीं अपनाया जा सकता। इसके लिए किसानों के बिखरे हुए जमीन के टुकड़े को एक जगह किया जाता है। यही चकबंदी का मुख्य उद्देश्य है। इस दौरान सहायक चकबंदी अधिकारी शिवसहारे आदि मौजूद रहे।

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