जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन व प्रेक्षक गंदम चंदरूडू ने विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 को निष्पक्ष पारदर्शी व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से राजकीय इंटर कॉलेज में मतदान कार्मिकों का द्वितीय प्रशिक्षण दिया गया।

 

उरई (जालौन) जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन व प्रेक्षक गंदम चंदरूडू ने कहा कि मतदान कर्मी किसी का भी आतिथ्य स्वीकार न करें निष्पक्ष व पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण मतदान कराने में मतदान कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान है। समस्त मतदान कर्मी को कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज के साथ ही साथ बूस्टर डोज लगवाना अनिवार्य है। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र से ही हम सभी की पहचान है एक मजबूत लोकतंत्र के गठन में बूथों पर अभिभावक के रूप में मतदान कर्मी रहते हैं निष्पक्षता पारदर्शिता के साथ मतदान संपन्न कराने में मतदान कार्मिकों का महत्व पूर्ण योगदान रहता है। सभी लोग निडर होकर पूरी पारदर्शिता एवं आनंद उत्साह के साथ निर्वाचन ड्यूटी करें तभी शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हो सकेगा। उन्होंने कहा कि पुराने कार्मिक कई बार चुनाव संपन्न कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई है फिर भी प्रत्येक चुनाव अपने आप में एक अलग चुनौतियां लेकर आता है। इसलिए चुनाव संपन्न कराने के लिए आयोग द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का भली-भांति अध्ययन कर लें तथा प्रशिक्षण में बताए जा रहे बिंदुओं को ध्यान पूर्वक सुनें और मतदान के दिन किसी भी प्रकार की समस्या न आने पाए। उन्होंने कार्मिकों को बताया कि बोथों पर फेस मास्क, थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोविड-19 के दिशा निर्देशों का स्वयं पालन करते हुए मतदाताओं को भी अवश्य पालन कराना सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने कहा कि मतदान कार्य में निष्पक्षता बहुत आवश्यक है इस समय हम सभी लोग निर्वाचन आयोग के अधीन रहकर कार्य कर रहे हैं पूरी निष्पक्षता के साथ कार्य कराएं ताकि शांतिपूर्ण ढंग से निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो सके। जिलाधिकारी ने कहा ईवीएम मशीन को चलाना उसकी फिटिंग आदि कार्य भली-भांति सीख लें तथा प्रशिक्षण में दिए गए दिशा-निर्देशों का अध्ययन कर लें ताकि निर्वाचन के दिन किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि निर्वाचन के दौरान सभी कार्मिक निडर और निष्पक्ष होकर कार्य करें कार्मिकों का सम्मान व मर्यादा सर्वोपरि है। राज्य स्तरीय ट्रेनर मास्टर राघवेंद्र सिंह ने प्रशिक्षण में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कार्मिकों को मतदान स्थल के लिए 20 मतपत्र अलग से दिए जाएंगे। जिन्हें मतदान कार्मिकों निविदत्त मतपत्र, (टेंडर मतपत्र) के रूप में प्रयोग करना है। कंट्रोल यूनिट को सील करने में प्रयुक्त ग्रीन पेपर सील, स्पेशल टैग तथा ग्रीन पेपर सील का नंबर पीठासीन अधिकारी की डायरी में यथा स्थान अंकित करना है। उक्त तीनों प्रकार की सीलों के पीछे अपने पूरे हस्ताक्षर करने हैं तथा मतदान अभिकर्ताओं को तीन प्रकार के सील नंबर यदि वह चाहें तो नोट करके उपलब्ध करा देना है। उन्होंने बताया कि पीठासीन के द्वारा मतदान अभिकर्ताओं को मशीन चला कर तथा नकली मतदान कराकर एवं परिणाम दिखा कर संतुष्ट किया जाएगा। नकली मतदान के पश्चात रिजल्ट सेक्शन के सबसे तरफ वाला बटन दबाकर नकली मतदान समाप्त करना है जिसे सीआरसी कहते हैं। माक पोल की समाप्ति के बाद सीआरसी के द्वारा सीयू को क्लियर करने के पश्चात सी यू के टोटल बटन को दबाकर उपस्थित मतदान अभिकर्ताओं को कुल पड़े मत शून्य है दिखाकर वास्तविक मतदान हेतु कंट्रोल यूनिट को ग्रीन पेपर सील, स्पेशल टैग एवं एड्रेस टैग से रिजल्ट सेक्शन को सील कर क्लोज बटन के ऊपर काले रंग फ्लैग लगा दें। उक्त प्रक्रिया के दौरान सी यू स्विच ऑफ करना न भूलें। इस दौरान प्रशिक्षकों के द्वारा कंट्रोल यूनिट बैलट यूनिट वीवीपैट को चलाकर तथा मतदान कार्मिकों को चलवा कर प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने बताया कि मतदान दिवस के एक दिन पूर्व चुनाव सामग्री प्राप्त करते समय पीठासीन अधिकारी अपने ईवीएम कंट्रोल यूनिट बैलेट यूनिट एवं वीवीपैट का मिलान भली-भांति कर ले। सामान प्राप्ति के पश्चात पीठासीन अधिकारी इस बात का भी ध्यान दे कि ईवीएम की जांच करते समय केवल सीयू एवं बीयू का कनेक्शन करें किसी भी दशा में वीवीपैट को ईवीएम से न जोड़ें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभय कुमार श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी अवधेश कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेम चन्द यादव आदि सहित अधिकारी मौजूद रहे।