तबाही के बाद पंचनद पर उफनती नदियों का वेग थमा

👉आधा दर्जन गांव खाली, ग्रामीण शिविरों में रहने को मजबूर

👉बाढ़ पीड़ितों की सहायता को हजारों हाथ बढ़े


जगम्मनपुर ( जालौन ) पंचनद क्षेत्र में बाढ़ से हुई खौफनाक तबाही के बाद उफनती नदियों का वेग स्थिर हो जाने से राहत मिली है लेकिन बाढ़ से बेघर हुए ग्रामीण सहायता शिविरों में रहने को मजबूर हैं l
माधवगढ़ तहसील के रामपुरा विकासखंड अंतर्गत पंचनद क्षेत्र तथा नदिया पार में विभिन्न नदियों ने रौद्र रूप धारण कर जो तबाही मचाई उससे करोडों की फसल बर्बाद हो गई व दर्जन भर गांव के हजारों ग्रामीण बेघर हो गए अथवा अपने प्राण बचाने के लिए अपना गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर सहायता शिविरों में रहने को मजबूर हुए हैं l ग्राम गुढ़ा यमुना नदी के तट पर बसा क्षत्रिय बाहुल्य गांव है इस गांव ने सदियों से प्रतिवर्ष बाढ़ के सैकड़ों थपेड़े सहे हैं लेकिन इस वर्ष की बाढ़ का रौद्र रूप देख ग्रामीणों ने सपरिवार अपना गांव छोड़ जगम्मनपुर आकर शरण ली l ग्राम गुढ़ा निवासियों के अनुसार लगभग एक दर्जन मकान या पशु बाड़ा यमुना नदी की लहरों में समा गए l इसी प्रकार ग्राम कूसेपूरा, मोहब्बतपुरा, डिकौली जागीर ,हुकमपुरा ,विलौड , पतराही, बेरा आदि गांव बाढ़ में पूरी तरह से घिर जाने से कहां के वाशिन्दे अपना अपना गांव घर छोड़कर रामपुरा , जगम्मनपुर आदि सुरक्षित स्थानों में पहुंचकर शरणार्थी का जीवन जीने को मजबूर हुए हैं l इस आपदा में रामपुरा चेयरमैन शैलेंद्र सिंह, ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह सेंगर बेरा , जिला पंचायत सदस्य राघवेंद्र पांडे जगम्मनपुर , विजय द्विवेदी मंडल महामंत्री भारतीय जनता पार्टी रामपुरा, रामअवतार तिवारी (मुनीम), प्रज्ञादीप गौतम प्रधान जगम्मनपुर , रविंद्र दीक्षित (टोनी) टीहर आदि अनेक लोगों ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में भ्रमण कर भोजन वितरण किया l