नियमित करें दवा का सेवन, न करें लापरवाही- सीएमओ
– 2021 में टीबी रोगियों का ट्रीटमेंट सक्सेस रेट 92 प्रतिशत
– डीटीओ ने टीबी को लेकर मिल रही सेवाओं की दी जानकारी
– सीफार के सहयोग से आयोजित हुई मीडिया कार्यशाला

चित्रकूट ब्यूरो: टीबी रोगी दवा नियमित तौर पर खाएं। इसमें लापरवाही से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यह संक्रामक रोग है। इसलिए यह दूसरों को भी रोगी बना सकता है। साथ ही सभी अधिकारी-कमर्चारी अपना काम पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करें तो वषर् 2025 से पहली ही टीबी पर काबू पाया जा सकता है। यह बातें शुक्रवार को सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसचर् (सीफार) के सहयोग से टीबी विषय पर आयोजित मीडिया कायर्शाला में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भूपेश द्विवेदी ने कहीं।
सीएमओ ने बताया कि कोई रोगी अगर दवा का सेवन रोक देता है तो अपने साथ परिवार व पड़ोसियों के लिए टीबी रोग का कारण बन सकता है। यह रोग किसी भी उम्र वगर् के लोगों को हो सकता है। हालांकि यह रोग अब लाइलाज नहीं है। समय से उपचार हो जाने पर यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में इसका निःशुल्क इलाज उपलब्ध है। सरकार की ओर से मरीज के पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना चलाई जा रही है। जिसमें मरीज के खाते में प्रतिमाह 500 रूपए दिए जा रहे हैं।
जिला क्षय अधिकारी डा. बीके अग्रवाल ने बताया कि क्षय रोग उन्मूलन के लिए जन्म के समय नवजात को बीसीजी का टीका लगाया जाता है। जनपद के सभी प्रसव केंद्र सहित माह के प्रत्येक शनिवार व बुधवार को आयोजित होने वाले वीएचएसएनडी सत्रों पर भी इसकी सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने क्षय रोग उन्मूलन में मीडिया की भूमिका पर विस्तार से चचार् की। कहा कि मीडिया का सहयोगात्मक व्यवहार बने रहने की आवश्यकता है। डाॅ. अग्रवाल ने कायर्शाला के उद्देश्य और मीडिया से अपेक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि चित्रकूट जनपद की 2.10 लाख आबादी को आच्छादित करने के लिए जिले में टीबी यूनिट स्थापित हैं। वहीं बलगम परीक्षण के लिए एक सीबीनाट मशीन लगी हुई हैं। जिला अस्पताल सहित चार केंद्रों पर एक्स-रे की सुविधा है। उन्होंने बताया कि वषर् 2021 में 2018 मरीज चिन्हित किए गए हैं। जिनका ट्रीटमेंट सक्सेस रेट 92 प्रतिशत है। एचआईवी संक्रमित दो मरीज मिले हैं। कायर्शाला का संचालन जिला कायर्क्रम प्रबंधक आरके करवरिया ने किया। डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डाॅ. श्याम जाटव ने भी कायर्शाला को संबोधित किया। सीफार की स्टेट प्रोजेक्ट आफीसर सोनम राठौर ने मुख्य अतिथियों का पौधे देकर स्वागत किया। साथ ही संस्था की गतिविधियों और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए सभी का शुक्रिया अदा किया। इस मौके अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरके चैरिहा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. मुकेश पहाड़ी, डीसीपीएम विकास कुशवाहा, मातृ स्वास्थ्य सलाहकार अरूण कुमार, लवकुश, संतोष श्रीवास्तव, रूप नारायण सहित संस्था के इमरान अली, एसए हुसैन, यशवंत सिंह इत्यादि शामिल रहे।
—–मीडिया भी टीबी रोगियों को ले गोद—-
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि 24 माचर् 2022 से विश्व क्षय रोग दिवस पर रोगियों को गोद लेने की शुरूआत हुई। जनपद में 300 क्षय रोगियों को गोद लेने का लक्ष्य रखा गया। सरकारी अधिकारियों, कमर्चारियों व संस्थाओं द्वारा अब तक 260 रोगियों को गोद लिया गया है। उन्होंने मीडिया कमिर्यों से भी अनुरोध किया टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें पोषित करने में सहयोग करें।
—दो केंद्रों में जल्द मिलेगी सीजर की सुविधा—-
जिला कायर्क्रम प्रबंधक आर के करवरिया ने बताया कि जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल व मानिकपुर में गभर्वतियों के सीजर की सुविधा मिल रही थी, लेकिन यह नाकाफी थी। बड़ी तादाद में महिलाएं मंडल मुख्यालय बांदा व प्रयागराज सहित पड़ोसी मध्य प्रदेश के जनपदों में जाकर सीजर सेवा ले रही थीं। लेकिन अब जल्द ही राजापुर व मऊ में आपरेशन की सुविधा मिलेगी। उपकरण इत्यादि की व्यवस्था हो गई है। स्टाफ की नियुक्ति कर दी जाएगी।
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