प्राथमिक सुविधाओं की वाट जोहते भिटौरा गांव के निवासी
सीमित संसाधनों में प्रधान ग्राम विकास को प्रयासरत
रामपुरा(जालौन) सरकार की ग्राम विकास की अनेक योजनाओं के संचालित होने के बावजूद ग्राम पंचायत भिटौरा के वाशिंदे प्राथमिक सुविधाओं से वंचित रहकर विकास की मुख्य धारा में आने की वाट जोह रहे हैं।
विकासखंड रामपुरा अंतर्गत ग्राम पंचायत भिटौरा लगभग 3000 जनसंख्या की छोटी लेकिन जनपद जालौन की अति महत्वपूर्ण पंचायत है। यहां जनपद जालौन का अत्यधिक महत्वपूर्ण तीर्थ पंचनद संगम है जहां सिद्ध संत श्री बाबा साहब मुकुंदवन की तपोस्थली पर प्रतिवर्ष कार्तिक की पूर्णिमा पर विशाल मेला आयोजित होता है। जनपद जालौन की इतनी महत्वपूर्ण ग्राम पंचायत सरकार द्वारा प्रदत्त मूलभूत प्राथमिक सुविधाओं से वंचित है। *सचिवालय नहीं*
ग्राम पंचायत की सर्वाधिक आवश्यकता वहां का पंचायत दफ्तर होता है जिसे पहले पंचायत घर और अब सचिवालय के रूप में जाना जाता है लेकिन आश्चर्यजनक यह है कि दो गांव की पंचायत में सचिवालय ना होने से ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का सम्पूर्ण लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्राम पंचायत सचिव राममोहन ने बताया है कि सचिवालय बनवाने के लिए जगम्मनपुर रोड पर जगह चिन्हित की गई है ,वित्तीय स्वीकृत मिलते ही सचिवालय का निर्माण कराया जाएगा।
*बारात घर नहीं*
ग्राम भिटौरा में ऐसा कोईभवन नहीं है जैसे सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए उपयोग में लाया जा सके। ग्रामीण का मानना है कि यदि हमारे गांव में एक बारात घर बनवा दिया जाए तो हम लोगों को अपने घर की बेटियों एवं बेटों की शादी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बाहर किसी बड़े कस्बे में जाकर महंगे विवाह घर भाड़े पर लेने से से निजात मिलेगी और हम लोग अनावश्यक खर्च व परेशानी से बच जाएगे एवं वर्षा ऋतु में जब गांव बाढ की चपेट में आ जाता है उस समय इस भवन का उपयोग बाढ पीड़ितों के द्वारा अपने घरों का उपयोगी सामान सुरक्षित रखने व शरणार्थी रूप में भी किया जा सकता है।
*मोबाइल नेटवर्क नहीं*
ग्राम भिटौरा जगम्मनपुर से मात्र 3 किलोमीटर दूर है लेकिन तलहटी में होने के कारण यहां किसी भी टेलीकॉम कंपनी के नेटवर्क नहीं आते है l ग्रामीणों को मोबाइल का उपयोग करने के लिए गांव के बाहर ऊंचाई पर जाना पड़ता है।
*नमामि गंगे ने रास्तों का किया कबाड़ा*
ग्राम पंचायत के पास विकास के लिए सीमित धन होता है उसी में वह इंटरलॉक जीसीसी सड़क व नाली खंडजा वमुश्किल बनवा पाती है लेकिन नमामि गंगे परियोजना के तहत गांव में पाइप लाइन बिछाने के लिए पूरे गांव की इंटरलॉक सीसी सड़कों को तोड़कर सत्यानाश कर दिया गया है।
*सीमित संसाधनों में विकास*
ग्राम प्रधान रेखा देवी सेंगर शिक्षित महिला है उनके पति मनोज सिंह सेंगर भारतीय सेवा में रिटायर्ड सूबेदार होने के कारण अनुशासन प्रिय है एवं पति-पत्नी को विकास की समझ है अतः ग्राम प्रधान रेखा देवी उनके पति मनोज सिंह तथा ग्राम पंचायत सचिव राम मोहन जो स्वयं भारतीय सेना से सेवानिवृत हैं की सूझबूझ एवं राष्ट्र सेवा की भावना और गांव की सेवा करना अपना कर्तव्य मान कर निहायत समझदारी पूर्वक गांव की सेवा करने के सिए प्रतिवद्ध है। ग्रामपंचायत द्वारा विकास की दिशा में कराए गए कामों मे बेहद खराब रास्तों का सुदृढ़ीकरण जिसमें लगभग 20 लाख की लागत से 550 मीटर इंटरलॉक /सीसी सड़कों का निर्माण कराया गया है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मनोज सिंह के व्यक्तिगत संबंधों के कारण उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव की निधि से 165 मी इंटरलॉक सड़क व विधायक निधि से 200 मीटर सीसी मार्ग व 100 मी इंटरलॉक सड़क का निर्माण कराया गया हैं।
*विद्यालय की दशा सुधारने की जरूरत*
ग्राम पंचायत अंतर्गत एक प्राथमिक विद्यालय भिटौरा ,एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय भिटौरा एवं एक प्राथमिक विद्यालय कंजौसा में संचालित है जिसमें क्रमशः 55 , 43 व 74 बच्चों शिक्षारत है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय भिटौरा एवं प्राथमिक विद्यालय कंजौसा भवन की दृष्टि से संतोषजनक है वहीं प्राथमिक विद्यालय भिटौरा के भवन एवं विद्यालय पर चढ़कर जाने के रास्ते की स्थिति चिंताजनक है। विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक विनय कुमार एवं सहायक अध्यापक अजीत कुमार ने बताया कि बाढ़ के कारण टीले में कटान होने से विद्यालय की पूरी बाउंड्री धराशाही हो गई है यदि भविष्य में इसको मजबूती से निर्मित नहीं कराया गया तो टीले पर बना विद्यालय भी खतरे में आ सकता है l
*प्राचीन जलस्रोत कुंआ संरक्षित*
ग्राम पंचायत के द्वारा गांव में जलापूर्ति के लिए प्राचीन परंपरा के जलस्रोत कुओं को संरक्षित किया गया है l