प्रयागराज:- बेरोजगार प्रशिक्षुओं के अधिकार एवं नयी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन के लिए 25 मार्च को प्रयागराज में पोस्टर अभियान व्यापक पैमाने पर चलाया गया जिसमें डीएलएड के सक्रिय प्रशिक्षुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

पोस्टर अभियान की शुरुआत परीक्षा नियामक प्राधिकरण से किया गया।

जिसमें बेरोजगार प्रशिक्षुओं ने सरकार से मांग किया है कि नयी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए नया विज्ञापन कब जारी होगा? क्योंकि आरटीआई के आकड़े के हिसाब से देखा जाये तो यूपी में लगभग 1 लाख 73 हजार पद खाली पड़े है, लेकिन नयी शिक्षक भर्ती की जब बात आती है तो माननीय बेसिक शिक्षामंत्री सतीश द्विवेदी मौन हो जाते हैं।

टेट सीटेट लगभग 5 बार हो चुका है लेकिन सुपर टेट लगभग 2 बर्षो से नहीं हो पाया है। बेरोजगार युवा मंच के संस्थापक राकेश पाण्डेय उर्फ बन्टी पाण्डेय का कहना है कि सरकार बेरोजगार प्रशिक्षुओं की आवाज सुन नहीं रही है।

नयी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में प्रतिबद्धता जताया था कि 51112 पद प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त है। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में स्वीकार किया था लेकिन सरकार कक्षा 1 एवं 2 में आंगनवाड़ी से पढ़वाने पर विचार कर रही है, जबकि एनसीटीई की गाइड लाइन के अनुसार अयोग्य अध्यापक से पठन पाठन करवाना नियम का उलंघन है।

आरटीई एक्ट 2009 एवं एनसीएफ 2005 योग्य प्रशिक्षित शिक्षकों पर बल देता है, लेकिन उसके बावजूद प्रशिक्षित टेट पास प्रशिक्षुओं के रहते हुए भी प्रि-प्राइमरी में आंगनवाड़ी को जगह दी जा रही है। इससे खिन्न होकर लगातार प्रशिक्षु आत्म-हत्या कर रहे हैं एवं सरकार केवल बेरोजगार प्रशिक्षुओं को पीड़ित कर रही है।

अब बेरोजगार प्रशिक्षु क्या करेगा, भर्ती के इंतज़ार में सालो साल निकल रहे हैं, लेकिन प्राथमिक शिक्षक भर्ती आ नहीं रही है। अब बेरोजगार छात्र सरकार से गुजारिश कर रही हैं कि सरकार प्राथमिक शिक्षक भर्ती के बारे निर्णय ले एवं जल्द से जल्द 1 लाख पदों पर नयी प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करे।