माता-पिता की आज्ञा का पालन कर श्रीराम कहलाएं मयार्दा पुरूषोत्तम- मुरलीधर

– नौ दिवसीय श्रीरामकथा का पांचवां दिन

चित्रकूट ब्यूरो: सीतापुर स्थित रामायण मेला परिसर में चैत्र मास के अवसर पर चल रही नौ दिवसीय श्रीरामकथा के पाचवें दिन शनिवार को कथावाचक संत मुरलीधर महाराज ने गोस्वामी तुलसीदास महाराज द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के अयोध्या काण्ड में वणिर्त भगवान राम के वन गमन प्रसंग, कैकई चरित्र तथा राजा दशरथ के देव लोक गमन का मामिर्क वणर्न किया।
कथा के दौरान रामायण की सुंदर चैपाइयां सुनकर श्रोता भाव-विभोर नजर आए। कथावाचक  मुरलीधर महाराज ने बताया कि भगवान राम जब तक अयोध्या में रहे तब तक दशरथ नंदन राम कहलाए, लेकिन जब माता-पिता की आज्ञा से गमन को गए, तब मयार्दा पुरुषोत्तम भगवान राम कहलाए। भगवान राम का जीवन हमें हर परिस्थिति का सकारात्मक सोच के साथ मुकाबला करने की प्रेरणा देता है। रामायण का हर एक पात्र तथा प्रत्येक चैपाई प्रेरणादायक है। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के मंदिर के निमार्ण पर शासन को बधाई देते हुए कहा कि अयोध्या में भगवान राम के मंदिर से पहले हर व्यक्ति के हृदय में राम का होना बहुत जरूरी है।
इस मौके पर भागवताचायर् सिद्धाथर् पयासी, चंद्रकला रमेश चंद्र मनिहार, विजय महाजन, नीलम महाजन, गोयल विष्णु गोयल डॉ.चंदा शमार्, शिव कुमार कंसल, सुमेरसिंह राजपुरोहित, कांग्रेस नेत्री रंजना बराती लाल पांडेय सहित अनेक संत, वृंद्ध व श्रद्धालु मौजूद रहे।

#बुन्देलखण्ड_दस्तक #आन्या_एक्सप्रेस
#चित्रकूट #जालौन   #ताजा_खबरें #न्यूज_उपडेट #उरई #झांसी #कानपुर #महोबा #हमीरपुर #डैली_उपडेट #ताजा_खबर #bundelkhandnews #bundelkhanddastak #बुंदेलखंडदस्तक