यमुना नदी पुल के आवागमन बाधित होने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश
कुठौंद (जालौन)यमुना पुल कम भार वाले बड़े वाहनों की आवा जाही कुछ दिन ही शुरू हो सकी थी कि अचानक यातायात बंद कर दिया गया। जिसके चलते आम जनमानस वुरी तरह से परेशान हो चुकाहै। औरैया जिला प्रशासन जनपद जालौन प्रशासन की उम्मीदो पर भारी पड़ रहा है। 15 दिन ही यमुना पुल से कम भार वाले वाहनों काआवागमन कट सोमवार को अचानक से बंद कर दिया गया ।जिससे सरकारी बसों का भी आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया जिससे एक बार फिर यात्रा करने वाले यात्रियों, बाद कारियों, विधार्थियोंको मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।यमुना पुल पर रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो जाने के बाद लोगों को यह सहूलियत हो गई थीकि अब आवागमन सुचारु से बना रहेगा पर प्रशासन ने जनपद वासियों की मंशा,पर एक वार फिर मटकों पानी उलेड दिया जिससे शुगम यातायात की खुशी कपूर की खुशबू की तरह उड़ गई। जबकि जनपद के जनप्रतिनिधियों से क्षेत्रवासी लगातार रोडवेज बसों के संचालन की मांग करते रहे परंतु किसी भी जनप्रतिनिधि ने जनहित से जुड़ी इस ज्वलंत समस्या के समाधान में कोई रुचि नहीं दिखाई हालांकि पूर्व विधायक कालपी नरेंद्र पाल सिंह जादौन ने माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष भी यमुना पुल पर आगमन सुचारू रूप से करने के लिए अनुरोध भी किया था जिसका असर कुछ दिन तक दिखाई दिया ।तत्पश्चात प्रशासन ने एक बार फिर जनहित के इस मुद्दे पर जनप्रतिनिधियों को कटघरे में खड़ा कर दिया। मुसाफिरों को हो रही असुविधा को देखते हुए पूर्व विधायक कालपी नरेंद्र पाल सिंह जादौन इस मुद्दे को उठाया था तथा माननीय मुख्यमंत्री से भी जनपद वासियों को हो रही असुविधा के बारे में अवगत कराया था जिसको लेकर औरैया प्रशासन थोड़ा भय ग्रस्त हुआ और आनंन-फानन में आवागमन शुरू करा दिया। लेकिन प्रशासन अधिक समय तक अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति पर नहीं टिक सका और बीते सोमवार से आवा गमन पुनः बंद कर दिया गया जिसको लेकर आम जनमानस में सरकार के प्रति आक्रोश पनकता जा रहा है। यमुना पुल पर सरकारी बसों का आवागमन बंद हो जाने से यात्री जान जोखिम में डालकर टेंपो और ऑटो से यात्रा करने को विवश हो गया है जो किसी खतरा से कम प्रतीत नहीं हो रहा है। भूसे की तरह सवारियां भरकर ऑटो चालक अपनी मनमर्जी कर रहे हैं। जनपद का जिम्मेदार विभाग भी इस ओर पूरी तरह से अनजान बना हुआ है।इस बारे में कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी का कहना है इसे मुद्दे को सदन में उठाऊंगा और जनपद वासियों को किसी भी दिशा में असुविधा का दंश नहीं झेलना पड़ेगा। पूर्व विधायक पूर्व मंत्री हरिओम उपाध्याय का कहना है कि प्रशासन की हठधर्मिता का दंश जनपद जालौन के लोग झेल रहे हैं यदि शीघ्र ही यमुना पर आवागमन शुरू नहीं किया गया तो आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा।