शौंचालय पर लाखों ख़र्च फिर भी 9 माह से ताला बंद

माधौगढ़- सरकार खुद ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती दिखाई दे रही है। वरना जिस शौचालय में 9 माह से ताला पड़ा हुआ है। वहां केयरटेकर के भुगतान के नाम पर रुपए क्यों दिए जा रहे हैं? ऐसे ही जब उसका उपयोग नहीं तो उसको बनवाने की जरूरत क्या थी? मामला माधौगढ़ ब्लॉक के सोप्ता गांव का है।
जून 2021 में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। जो आज तक शुरू नहीं हो सका है। सफेद हाथी बना हुआ मजरा जनकपुर में खड़ा है। उसमें न पानी की सप्लाई है न ग्रामीणों को शौच जाने की कोई व्यवस्था। फिर भी उसको बनवाने के नाम पर सरकार ने ₹105678 रुपये खर्च कर दिए। बल्कि एक महीने बाद ही केयरटेकर के नाम पर 27000 का भुगतान भी कर दिया। शौचालय का निर्माण जून 21 में हुआ और केयर टेकर का भुगतान सातवें महीने में कर दिया गया। यह तो समझ से परे लग रहा है। फिर भी अधिकारियों ने कमीशनखोरी के कारण चेकों धड़ाधड़ हस्ताक्षर कर पैसों का बंदरबांट कर लिया। इसके अलावा मई 2021 में 5500 रुपए शौचालय की सफाई के नाम पर भी निकाले गए। भ्रष्टाचार की यह कहानी कैसे गढ़ी जाती है। गांव की भोली-भाली जनता को पता ही नहीं चलता। शौंचालय शुरू नहीं कराने बावत प्रधान से सवाल किए जाते हैं तो प्रधान पुत्र धमकियां देने लगते हैं।

रिपोर्ट :-  अंजनी कुमार सोनी/ सौरभ कुमार

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