सातवें दिन सुदामा चरित्र के साथ कलयुग का वर्णन किया।।
रामपुरा (जालौन) विकास खंड रामपुरा की ग्राम पंचायत मई के मजरा बुढ़ेरा में चल रही राजावत परिवार की भागवत कथा के सातवे दिन भागवताचार्य पं. अरुण कुमार मिश्रा (वृंदावन) द्वारा श्री कृष्ण सुदामा मित्रता की कथा का बखान किया गया। उन्होंने बताया कि द्वापर युग में श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता आज भी लोगों के जहन में है।
श्री कृष्ण द्वारा अपने निर्धन मित्र सुदामा के प्रति दिखाई गई। गरीबी और निर्धनता से जूझ रहे सुदामा की अपने स्वामी और मित्र श्री कृष्ण के प्रति अगाध प्रेम का बखान किया। वहीं सुदामा द्वारा श्रीकृष्ण से मिलने पर कृष्ण द्वारा उनके पैर अश्रु धारा से धोने की कथा का वृतांत किया जिससे उपस्थित श्रद्धालु भावुक हो गए। इसके उपरांत परीक्षित मोक्ष की कथा का वर्णन किया। भागवत कथा समापन के उपरांत श्री राम कथा का भी वर्णन किया गया। भागवताचार्य द्वारा बताया कि कलयुग में मोक्ष का उत्तम मार्ग भागवत कथा का रसपान ही है।
सोमवार को भागवत कथा का समापन एवं हवन पूजन के उपरांत भंडारा प्रसाद वितरण होगा।
उक्त मौके पर पंडित अरुण कुमार मिश्रा,परीक्षित सत्यवती पत्नी भूरे सिंह राजावत समस्त परिवार सहित ग्राम के श्रोतागण मौजूद रहे।