सीएसआईआर-सेंट्रल इलेक्ट्रोकेमिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएसआईआर- सीईसीआरआई) उद्योग जगत के साथ मिलकर व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए काम कर रहा है

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इच्छुक ग्रामीण महिलाओं को फेस मास्क बनाने का डिजिटल प्रशिक्षण

कोविड–19 महामारी की वर्तमान परिस्थिति में, सीएसआईआर के विशेष प्रयासों के अनुरूप, तमिलनाडु के कराइकुडी में स्थित इसकी घटक प्रयोगशाला सीएसआईआर – सीईसीआरआई (सेंट्रल इलेक्ट्रोकेमिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट) ने कोविड– 19 को नियंत्रित करने के क्रम में वैज्ञानिक सेवा के माध्यम से समाज तक पहुंचने में मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया है। वर्तमान परिस्थिति में, सैनिटाइज़र, अस्पताल सहायक उपकरण और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) बेहद आवश्यक हैं। इसी दिशा में, सीएसआईआर – सीईसीआरआई ने प्रयोगशाला – निर्मित व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की एक श्रृंखला तैयार की है, जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन की अनुशंसा (आइसो – प्रोपानोल 75%, ग्लिसरॉल 1.45%, हाइड्रोजन पेरोक्साइड 0.125% एवं सुगंध के लिए लेमनग्रास) के अनुरूप हाथों पर मलने वाला (हैंड सैनिटाइज़र) मिश्रण, नारियल तेल एवं सोडियम हाइपोक्लोराइट आधारित कीटाणुनाशक मिश्रण का उपयोग करके बनाया गया हाथ धोने वाला (हैंड वॉश) मिश्रण शामिल है। इन मिश्रणों को डिब्बों में बंद करके और उन पर उपयोग के निर्देशों को मुद्रित करवाकर जरूरतमंद संगठनों को निःशुल्क वितरित किया गया।

अब तकलगभग 350 लीटर हैंड सैनिटाइज़र250 लीटर हैंड वॉश मिश्रण और 1000 लीटर हाइपो-कीटाणुनाशक वितरित किए गए हैं। लाभार्थियों में कराइकुडी नगर निगम, देवकोट्टई नगर निगम, शिवगंगा सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, सरकारी अस्पताल, कराइकुडी, एसपी कार्यालय, शिवगंगा और कराइकुडी के आसपास के अन्य पुलिस स्टेशन, कराइकुडी तालुक कार्यालय एवं आसपास के पंचायत यूनियन और सक्कोट्टई, कोट्टायुर, आर.एस. पट्टिनम, नीर्कुपाई के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा कुछ राष्ट्रीयकृत बैंक आदि शामिल हैं। सीईसीआरआई द्वारा इस वितरण को कोविड –19 के हालात सामान्य होने तक जारी रखने की योजना है।

इसके अलावा, सीएसआईआर-सीईसीआरआई ने हाल ही में इच्छुक ग्रामीण महिलाओं को फेस मास्क बनाने के लिए डिजिटल प्रशिक्षण देने की शुरुआत की है ताकि उन्हें मदद मिल सके और साथ ही उनके आस-पड़ोस की जरूरतें पूरी हो सकें। दूसरी ओर, सीएसआईआर- सीईसीआरआई की डिस्पेंसरी के कर्मचारियों को मरीजों की छींक, खांसी और एरोसोल संक्रमण से प्रभावी ढंग से बचाने के लिए दोबारा इस्तेमाल में आने के विकल्पों के साथ 3- डी प्रिंटेड फेस – शील्ड का इन-हाउस उत्पादन किया गया है और उन्हें डिस्पेंसरी के कर्मचारियों को उपहार में दिया गया है।

सीएसआईआर-सीईसीआरआई इन सामग्रियों का बड़े पैमाने पर उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्योग जगत के साथ गठजोड़ कर रहा है और इसने फेस शील्ड के लिए बेंगलुरु की 3डी लायकन नाम की एक कंपनी के साथ भागीदारी की है। सीएसआईआर – सीईसीआरआई अब संभावित रूप से सबसे कम अवधि के भीतर क्रमबद्ध रूप से रोगाणुरोधी दक्षता के लैस फेस शील्ड का उन्नत संस्करण विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सीएसआईआर – सीईसीआरआई हाइपो-क्लोराइट (कीटाणुनाशक) की इलेक्ट्रोकेमिकल संश्लेषण से संबंधित सीएसआईआर – सीईसीआरआई की लोकप्रिय प्रौद्योगिकियों में से एक की तकनीक को भी हस्तांतरित कर रहा है। इस तकनीक को मध्यम दर्जे के एक इच्छुक उद्यम को बड़े पैमाने पर उत्पादन और एक कीटाणुनाशक स्प्रे के रूप में सार्वजनिक स्थानों, अस्पतालों आदि में इसको व्यापक इस्तेमाल के उद्देश्य से आपूर्ति के लिए हस्तांतरित किया जाता है। इस प्रकार, सीएसआईआर– सीईसीआरआई समाज की उम्मीदों पर खरा उतरता है और समाज की जरूरतों एवं महान परोपकारी डॉ. आरएम अलगप्पा चेट्टियार, जिन्होंने भूमि एवं नकद दान देकर कराइकुडी के ऐतिहासिक शहर में सीएसआईआर – सीईसीआरआई की स्थापना में महती भूमिका निभायी, के सपनों को पूरा करने में अपना योगदान देता है।

सीएसआईआर – सेंट्रल इलेक्ट्रोकेमिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीईसीआरआई), वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), नई दिल्ली के तत्वाधान में एक प्रमुख शोध प्रतिष्ठान है, जो इलेक्ट्रोकेमिकल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के सभी पहलुओं – कोरोसन साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रोकेमिकल पावर सोर्सेज, इलेक्ट्रोकेमिकल मटेरियल्स साइंस, इलेक्ट्रो – आर्गेनिक एवं इलेक्ट्रो– आर्गेनिक केमिकल्स, इलेक्ट्रोडिक्स एवं इलेक्ट्रोकटैलिसीस, इलेक्ट्रो – मेटलर्जी, इलेक्ट्रो– प्लेटिंग और मेटल फिनिशिंग टेक्नोलॉजी –  को कवर करने वाली विभिन्न समस्याओं के युग्म ​​पर केंद्रित है। सीएसआईआर – सीईसीआरआई की गतिविधियों को नए और उन्नत उत्पादों के विकास एवं प्रक्रिया के साथ-साथ इलेक्ट्रोकेमिकल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचारों की दिशा में प्रेरित किया जाता है। सीएसआईआर – सीईसीआरआई भारत के भीतर और बाहर प्रयोगशालाओं और निजी कंपनियों के साथ मिलकर कई परियोजनाएं चलाता है।

सीएसआईआर – सीईसीआरआई सर्वेक्षण और परामर्श परियोजनाओं का संचालन करके भारतीय उद्योग जगत की सहायता करता है। सीईसीआरआई, अपने मानव संसाधन विकास कार्यक्रम के एक अंग के तौर पर, एकेडमी ऑफ़ साइंटिफिक एंड इनोवेटिव रिसर्च (एसीएसआईआर) के तहत पीएचडी स्कॉलरों को उनके अनुसंधान के लिए प्रेरित करने के अलावा केमिकल एवं इलेक्ट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक चार – वर्षीय बी.टेक पाठ्यक्रम भी संचालित करता है। इसके अलावा, सीएसआईआर – सीईसीआरआई भारतीय युवाओं के लाभ के लिए ‘कौशल विकास’ प्रशिक्षण एवं जिज्ञासा कार्यक्रमों की पेशकश के माध्यम से अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति सजग रहता है।