Homeचित्रकूट ( बुन्देलखण्ड)हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहना होगा - गणेश मिश्रा

हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहना होगा – गणेश मिश्रा

मेरा विद्यालय मेरा गौरव अभियान 2020 के अंतर्गत विद्या भारती उत्सव का शुभारंभ मां सरस्वती के पोस्ट पार्षद एवं दीप प्रज्वलन संकुल प्रमुख दुर्गेश सिंह प्रधानाचार्य अवधेश कुमार द्विवेदी एवं पूर्व छात्र परिषद अध्यक्ष आशीष सिंह तथा मंत्री गणेश मिश्र ने किया ।

इस अवसर पर अतिथियों का परिचय अवधेश द्विवेदी ने देते हुए कहा कि पूर्व छात्र अपनी प्रतिभाओं के बल पर अपने विद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं और यह एक अच्छा अवसर है कि अपने विद्यालय से जुड़ी यादों को हम याद करके अपने आप को जीवित बनाए रखें। कार्यक्रम की भूमिका प्रस्तुत करते हुए संकुल प्रमुख दुर्गेश सिंह ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर का प्रथम दीप 1952 में गोरखपुर से चलकर चित्रकूट में प्रकाशित हो रहा है आज विद्या भारती के भैया बहन अनेक क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहे हैं पूर्व छात्र परिषद के माध्यम से विद्या भारती अपने छात्रों को विश्व के पटल पर लाने का कार्य कर रही है। पूर्व छात्र परिषद अध्यक्ष आशीष सिंह ने कहा पुरातन छात्र सम्मेलन में सभी एक दूसरे से मिलते हैं और शिशु मंदिर से मिले हुए संस्कार आज भी समाज में दिखाई दे रहे हैं पूर्व छात्र परिषद के मंत्री गणेश मिश्र ने कहा कि हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहना होगा यह तभी संभव है जब हम अपने विद्यालय को अपना गौरव समझे।

मेरा विद्यालय मेरा गौरव अभियान के अंतर्गत पूर्व छात्रों के रजिस्ट्रेशन ने विश्व में प्रथम स्थान बनाया है और दुनिया के सभी देशों के पूर्व छात्रों में भारत के इस गैर राजनीतिक संगठन द्वारा सदस्यों की संख्या से स्पष्ट है कि हम सामाजिक सांस्कृतिक दृष्टि से भी संवेदनशील है समाज के पीड़ित और उपेक्षित लोगों के प्रति भी हमारा नजर और नजरिया स्पष्ट है। इस अवसर पर डॉक्टर अंजली मिश्रा अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा शिशु मंदिर संस्कारशाला है और इससे पाए हुए संस्कार हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। पूर्व छात्र उदय भान सिंह यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिशु मंदिर मेरा विद्यालय ही नहीं मेरा गौरव भी है और अपने गौरव के प्रति मुझे अभिमान है।

देवयानी शुक्ला अंकिता सिंह , अपेक्षा बंधवाकर,आदि बहनों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि शिशु मंदिर से मिले जो संस्कार अनुशासन है वह हमारे जीवन पर्यंत चलने वाले हैं। पूर्व छात्र अनुपम मिश्र ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिशु मंदिर में प्रतिभाओं की कमी नहीं है इन प्रतिभाओं को सही दिशा यदि दे दी जाए तो समाज परिवर्तन में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी पूर्व छात्र परिषद के गठन इस कार्य को नया आयाम दिया है। इस अवसर पर संदीप कुमार, उभय द्विवेदी, शशिकांत ,आदर्श चौहान, अनुराधा मिश्रा ,राजू पांडेय, देवयानी शुक्ला आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय से जुड़ी यादें सदैव हमें अपनी जड़ों की याद दिलाती है। इस कार्यक्रम का संचालन राजू पांडेय ने किया तथा आभार पूर्व छात्र प्रमुख विनोद कुमार ने किया । इस अवसर पर नारायण द्विवेदी, आलोक कुमार, जय अवस्थी, शिव सागर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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