‘शहीद की माँ’
शहादत जिस शहीद ने दिया
नमन उससे ज्यादा ।
मैने उसकी माँ को किया।
वो निर्मोही भारत माँ की गोद मे,
सदा के लिए सो गया।
अपनी जननी,
अपनी मैया की नींद
सदा के लिए उड़ा गया।
माँ गर्व करे अपने खून पर,
पीकर के आँसू खून के II१ll
शहादत जिस शहीद ने दिया
नमन उससे ज्यादा
मैने उसकी माँ को किया।
सुदंर ,सौम्य ,सुशील बहु की
मांग सिंधूरी रही नही,
तड़पती,बिलखती,ऑसू छलकाती माँ,
जवान बहू को देख,
छलकते आँसू भी पोछ लेती माँ,
सिंधुरी रंग तिरंगे का देख l२l
शहादत जिस शहीद ने दिया,
नमन उससे ज्यादा
मैने उसकी माँ को किया।
शहादत ने बूढ़े बाबा की
मजबूत लाठी छीन ली
माँ खुश हो लेती ये सोच,
मजबूत लाठी
लहराते तिरंगे को दी l3l
शहादत जिस शहीद ने दिया
नमन उससे ज्यादा
मैने उसकी माँ को किया।
मासूम बच्चे
शहीद पिता के लिए तरसे
देख शहीद के माँ के आँसू
पल पल बरसे,
बरसते आँसू भी पोछ लेती माँ
जब लहराते तिरंगे से
फूल है झड़़तेl४l
शहादत जिस शहीद ने दिया
नमन उससे ज्यादा
मैने उसकी माँ को किया।
राखी का त्योहार
बहन को याद दिलाती है
भाई की कलाई,
माँ ने कहा रो मत बेटी,
कितनी बहनो की
राखी की कलाई
तेरे शहीद भाई ने बचाई,
वो निर्मोही
अपनी जननी के लिए सही
देश की करोड़ो हँसी
बना है वही l५l
शहादत जिस शहीद ने दिया
नमन उससे ज्यादा
मैने उसकी माँ को किया
लोगो ने कहां ये घर
आँसू का समंदर बना
लोगों ने कहां यै घर
आँसू का समंदर बना
माँ ने कहा शहीद का घर है
यहाँ का आँसू
गंगा माँ का मंदिर बना,
दर्द बेपनाह है
पर नाज़ से भरा है,
दर्द बेपनाह है
पर नाज़ से भरा है
कोख मेरी धन्य हुई
एक शहीद को जना है।
पूनम हिंदुस्तानी