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कस्बा कुठौंद आज तक बस स्टैंड व शौचालय तथा प्रतीक्षालय से चल रहा हैं बचिंत

कस्बा कुठौंद आज तक बस स्टैंड व शौचालय तथा प्रतीक्षालय से चल रहा हैं बचिंत

आखिर जनप्रतिनिधियों का कुठौंद के लिए सौतेला व्यवहार क्यों

कुठौंद (जालौन) पूरे प्रदेश में एक्सप्रेस वे सड़कों का निर्माण कराकर प्रदेश सरकार ने एक तरफ अपना इतिहास रच दिया हैं! वहीं पर स्टेट हाईवे बनने के बाद मुसाफिरों की सुविधा के लिए आज तक कस्बा कुठौद में न तोआज तक यात्री प्रतीक्षालय की ही स्थापना हो सकी और न ही बस स्टैंड की इतना तो सब छोडिए यहां पर शौचालय की भी व्यवस्था अद्यतन नहीं हो सकी! जिससे यात्रा करने वाले यात्रियों में खासकर महिलाओं में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। जबकि कस्बा कुठौंद से जयपुर, दिल्ली, अहमदाबाद, आगरा ,मेरठ, हरिद्वार ,कानपुर , के लिए परिवहन निगम की बसों का संचालन किया जाता हैं! लेकिन यहां पर स्थाई व्यवस्था न होने से यह व्यवस्थाएं कोढ़ में खाज साबित हो रही हैं।कस्बा कुठौद में बीते 15 वर्षों से बस स्टैंड व शौचालय की मांग की जाती रही है !जिसे पूरा करने में जन प्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन की भी उदासीनता स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। यात्रा करने वाले मुसाफिर जब बस से उतरकर शौचालय तथा मूत्रालय के लिए जगह देखते हैं तो उन्हें दूर तक कोई जगह नहीं दिखाई देती हैं! लिहाजा महिलाऐं मर्यादा के विपरीत वह खुले में अब्दस्त करने के लिए मजबूर हो जाती हैं। बीती पंचवर्षीय योजना में तत्कालीन ग्राम प्रधान कुठौंद के द्वारा अस्थाई तौर पर पेशाब घर की स्थापना करवाई गई थी !जैसे ही स्टेट हाईवे का निर्माण हुआ उसे तोड़ दिया गया और लोगों की समस्या ज्यों कि त्यों बढ़ती गई। इसी समस्या को दृष्टिगत रखते हुए परिवहन निगम के चालकों द्वारा कुठौद में बसों का ठहराव भी करना बंद कर किया! क्योंकि बस में यात्रा करने वाले मुसाफिरों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता था !जब भी विधानसभा चुनाव हुए हर राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधियों ने इस समस्या के समाधान कराए जाने का वादा तो किया पर वह वादा कपूर की खुशबू की तरह उड़ता ही नजर आने लगा। ग्राम पंचायत द्वारा एक सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जरूर है लेकिन वह भी बसों के ठहराव वाली जगह से काफी दूर हैं! जिससे उसकी यात्रियों को जानकारी नहीं हो पाती है।

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