Homeबुन्देलखण्ड दस्तकविश्व टीकाकरण सप्ताह मेडिकल कॉलेज में मनाया गया

विश्व टीकाकरण सप्ताह मेडिकल कॉलेज में मनाया गया

विश्व टीकाकरण सप्ताह मेडिकल कॉलेज में मनाया गया

टीकाकरण बच्चों का जन्मसिद्ध अधिकार है – प्राचार्य डॉ आर के मौर्या

एमबीबीएस छात्रों ने एक नुक्कड़ नाटक, ओपीडी ब्लॉक में प्रस्तुत कर, मरीज एवं उनके परिजनो को टीकाकरण के महत्व के बारे में किया जागरूक

उरई (जालौन) भारतीय बाल रोग अकादमी की जालौन शाखा द्वारा मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में विश्व टीकाकरण सप्ताह मनाया गया। इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्रों ने एक नुक्कड़ नाटक, ओपीडी ब्लॉक में प्रस्तुत कर, मरीज एवं उनके परिजनो को टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ आर के मौर्य ने लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि टीकाकरण से न केवल हम अपने बच्चों को बचाते हैं बल्कि बीमारी को भी दूर भागने में मदद करते हैं, जिसका पहला उदाहरण स्मॉल पाक्स है, जिसे हम न केवल अपने देश से बल्कि विश्व से भी दूर भाग चुके हैं। इस अवसर पर भारतीय बाल रोग अकादमी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रवक्ता प्रोफेसर जीएस चौधरी ने आई ए पी की बात, कम्युनिटी के साथ कार्यक्रम के कड़ी में, लोगों को टीकाकरण के महत्व को समझाते हुए बताया कि टीकाकरण प्रत्येक बच्चे का जन्म सिद्ध अधिकार है, हमें उसके इस अधिकार को प्राप्त करने के लिए हर संभव मदद करनी चाहिए। इसलिए यह न केवल परिजन बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है, कि हर बच्चे को टीकाकरण की पूरी खुराक दिलाने में मदद करें। इसी क्रम बाल रोग विभाग की सह आचार्य एवं भारतीय बाल रोग अकादमी की सचिव डॉ छवि जायसवाल ने बताया कि बच्चों के टीकाकरण से समाज में कई सारी बीमारियां या तो खत्म हो चुकी हैं या खत्म होने के कगार पर हैं। इसके लिए हमें टीकाकरण में पूर्ण सहयोग देने की आवश्यकता है।
किसी कड़ी में उप प्रधानाचार्य प्रोफेसर आर एन कुशवाहा ने बताया की टीकाकरण ही बीमारियों से बचने का सबसे अच्छा उपाय है और हम जानते हैं कि प्रिवेंशन इस बेटर दैन क्योर, हमें इसे अपनाना है। कार्यक्रम में डॉक्टर धीरज महाजन ने बताया की बच्चों का टीकाकरण सप्ताह हर साल अप्रैल के अंतिम महीने में जागरूकता सप्ताह के रूप में मनाया जाता है, हमें लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर मुख्यचिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रशांत निरंजन, डॉ जितेंद्र मिश्रा, बाल रोग विभाग के समस्त सीनियर एवं जूनियर रेजिडेंट, स्टाफ मेंबर्स, छात्र-छात्राएं एवं बहुत सारी संख्या में मरीज एवं उनके तीमारदार उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर छवि जायसवाल ने सभी को धन्यवाद किया।

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