'दरबारी विदुषक' शब्द मन मे आते ही आंखों मे बीरबल और तेनालीराम की छवि उभर आती हैं। दरबारी विदुषको के किस्से न सिर्फ इतिहास की मुख्य धारा का हिस्सा है बल्कि इनकी कहांनिया कथा साहित्य को भी समृद्ध करते...
सत्य क्षत्रियों इस भ्रम से हमको उबरना होगा कि जिसके पास ज्ञान है वही ब्राह्मण है क्योंकि ज्ञान यानि ब्रह्म ज्ञान का बोध सर्व प्रथम क्षत्रियों को ही हुआ था।
उदाहरण के रूप में वासुदेव श्री कृष्णा ने गीता के...
“दुनिया ने अनेक महामारियाँ देखी हैं; मानव जाति इनसे उबरी है”
जब पूरी दुनिया इतिहास के सबसे कठिन दौरों में से एक दौर से गुजर रही है और निकट भविष्य के डर ने मानव जाति को जकड़ रखा है, आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण...
कैसी यह उदासी छाई है ?
कहाँ से यह विरानगी आई है ?
दिल कुछ कहना चाहता है,
पर लबों पर खामोशी छाई है ,
गुलज़ार रहते थे जो शहर कल तक,
उसमें खालीपन की बयार आयी है ।
हौसलों की उड़ान पर जो उड़ा...
आज जब पूरा देश COVID-19 के संक्रमण से जूझ रहा है तो प्रत्येक व्यक्ति को अपना घर याद आ रहा है । हर व्यक्ति यह चाह रहा है कि वह अपने गाँव जल्द से जल्द पहुँच जाए ।हालांकि कुछ...