वाराणसी। गुरुवार को पूर्व विधायक अजय राय के शस्त्र लाइसेंस को रद्द किए जाने के विरोध में कांग्रेसियों का एक दल आईजी दफ्तर पहुंचा और शीघ्र अजय राय के शस्त्र लाइसेंस को बहाल करने की मांग की।

कार्यकर्ताओं ने बताया कि पूर्व मंत्री एवं विधायक अजय राय 207 तक विधायक रहें तथा इस दौरान मंत्री भी बने, तथा लगातार जन मुद्दों पर आगे आकर संघर्ष करते रहते है। 1999 में पुलिस द्वारा चिन्हित माफिया मुख्तार अंसारी द्वारा इनके बड़े भाई की हत्या की गई और जिसमें ये मुकदमावादी है और वर्तमान समय में जो माहौल है उसमें इनकी सुरक्षा जरूरी है।

अभी कल ही लखनऊ में माफियाओं द्वारा जिस तरह से वहाँ के जनप्रतिनिधि की दिनदहाड़े हत्या की गई है उसके मद्देनजर अजय राय की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य और जिला प्रशासन की बनती है। ऐसा आभास हो रहा है कि इनसे व्यक्तिगत विद्वेष रखते हुए इनके साथ शासन वे सत्ता द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।

इनके ऊपर जो मुकदमों का उल्लेख जिला/पुलिस प्रशासन द्वारा किया जा रहा है वो अधिकतर राजनैतिक मुकदमें है, और जो मुकदमे पहले के है ज्यादातर में बरी हो चुके है। उचित सुरक्षा कराते हुए उनकी जान-माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए उनका उत्पीड़न बन्द किया जाय। इस दौरान लव, इमरान खान, राघवेन्द्र चौबे, राजेश्वर सिंह पटेल आदि मौजूद रहे।