परमार्थ समाजसेवी संस्थान ने बाढ़ पीड़ितों को बांटी राशन सामग्री।।

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परमार्थ समाजसेवी संस्थान ने बाढ़ पीड़ितों को बांटी राशन सामग्री।।

रामपुरा ( जालौन):- परमार्थ समाजसेवी संस्थान द्वारा विकास खण्ड के बाढ़ प्रभावित इलाके के ग्रामीणों को एक माह की राशन सामग्री का वितरण किया गया। राशन वितरण का कार्यक्रम जगम्मनपुर रोड़ पर स्थित पंडित रामदत्त द्विवेदी महाविद्यालय में किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में जलपुरुष के नाम से प्रसिद्ध राजेन्द्र कुमार मौजूद रहे। कार्यक्रम में नदियापार से डिकोली, किशनपुरा, निनावली आदि गाँव के ग्रामीण एकत्रित हुए। आने वाली 5 तारीख तक 2000 लोगो को सहायता पहुँचा इस संस्थान का लक्ष्य है।
बताते चलें कि परमार्थ समाजसेवी संस्थान पूरे देश मे गरीबो को सहयोग पहुँचाने का काम करती हैं। शुक्रवार को इस कार्यक्रम में विश्व मे जलपुरुष के नाम से प्रसिद्ध राजिस्थान के राजेन्द्र कुमार ने पहुँचकर पानी के कई विषयों पर जनता के बीच चर्चा की।
जलपुरुष ने कहा कि वर्तमान में नदियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। आज की शिक्षा ने नदियों के वहाव को रोककर नदियों का दोहन किया हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण बाढ़ के रूप में इस बीहड़ क्षेत्र को भुगतना पड़ा है। अगर हम आज नही संभले तो ये बाढ़ का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा तथा और भी विक्राल रूप हमारे सामने आ सकते हैं। सरकार व नेताओं को पानी के संरक्षण के उपाय खोजने पड़ेंगे तभी बाढ़ जैसे हालातो से निपटा जा सकेगा। जलपुरुष ने बताया कि राजिस्थान का एक इलाका सूखा प्रभावित था। जिसको ग्रामीणों के सहयोग से 11800 छोटे छोटे बांधनुमा रोक बना कर पानी का संरक्षण कर हराभरा बनाया तथा 72 नदियों को जिंदा किया हैं। सूखा तथा बाढ़ सिक्के के दो पहलू हैं। हमको इन दोनों पर काम करना पड़ेगा। तभी इस इलाके को बाढ़ मुक्त बनाया जा सकता हैं। बाढ़ से बचाव के लिए सरकार से कहा जाये कि बांध में पानी ज्यादा होने पर पानी को सप्लीमेंट्री बाँधो में पानी को भेजा जाये। बड़े बड़े तालाबो में पानी का संरक्षण किया जाना चाहिए। क्षेत्रीय किसानों को भी जलवायु परिवर्तन के साथ व वर्षा के मौसम के साथ फसलों के बुआई का कार्य करना चाहिए। परमार्थ समाजसेवी संस्था द्वारा जल संरक्षण के प्रोजेक्ट पर कार्य करते हुए बाँदा की चंद्रावल व झांसी की लखेरी नदी को पुनः जीवन दिया हैं।
कार्यक्रम में डिकोली से आये रामसिंह 80 वर्ष ने जलपुरुष से बाढ़ से बचाव के लिए उपाय पूछे। रामसिंह के सवालों के उत्तर देते हुए जलपुरुष ने कहा कि धरती का 72% पानी का हिस्सा खाली हो चुका हैं। बुंदेलखंड में 54% पानी की चोरी सूर्य कर रहा हैं। इसके बचाव के लिए पानी का संग्रहण बहुत जरूरी हैं। नदियों की धारा से छेड़छाड़ न की जाये। तभी बाढ़ से बचा जा सकता हैं। जलपुरुष ने बताया कि पूर्व में नदियों के जोड़ के प्रोजेक्ट को बंद करना उनकी जल संरक्षण पर एक बड़ी जीत हैं। वर्तमान में नदियों के झगड़े को निपटाना न्यायपालिका के बस में नही हैं। जल पुरूष ने कहा कि 2026 तक देश के 90 शहर बेवजन हो जायेगे। जिसमे चेन्नई पहले ही हो चुका हैं। दूसरा नम्बर शिमला व तीसरा बेंगलुरु हैं। जबकि सरकार द्वारा अपने अंको में 25 शहर की बात कही जा रही हैं।
परमार्थ समाजसेवी संस्था द्वारा इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजेन्द्र कुमार जलपुरुष, संजय कुमार संस्था के सचिव, चेयरमैन शैलेन्द्र सिंह, ब्लॉक प्रमुख अजीतसिंह, वरिष्ठ पत्रकार केपी सिंह, अनिल कुमार, शिवमंगल सिंह, अमित पुरवार,सानू खांन,अंकुर मिश्रा,आमीन कवाडी, रामकुमार आदि साहित संस्था के कार्यकर्ता मौजूद रहे।