Homeजालौनपंचनद पर बाढ़ के पानी की तीव्रता देख तटीय इलाके में दहशत

पंचनद पर बाढ़ के पानी की तीव्रता देख तटीय इलाके में दहशत

पंचनद पर बाढ़ के पानी की तीव्रता देख तटीय इलाके में दहशत
प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने निरीक्षण कर अधीनस्थों को दिए बचाव के निर्देश

(रामपुरा जगम्मनपुर जालौन) पंचनद पर तेजी से बढ़ रहे चंबल व सिंध नदी के पानी की तीव्रता देख तटीय इलाके के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है ।
माधौगढ़ तहसील अंतर्गत पंचनद की चंबल व सिंध नदी में तेजी से बाढ़ के पानी के बढ़ने से यमुना नदी का जलस्तर उफान पर है। जगम्मनपुर से पंचनद तक जाने वाले रास्तों में लगभग 5 फुट ऊपर पानी चल रहा है जिसके कारण इटावा की ओर से आने जाने वाले लोगों को ग्राम भिटौरा के ओर ऊबड़खाबड़ जंगली मार्ग से होकर गुजरना पड रहा है।संभावना है कि रात में यह रास्ता भी जलमग्न हो जाएगा। रामपुरा से सिद्धपुरा निनावली जागीर जाने वाला मार्ग पूरी तरह से बाढ़ के पानी में डूब गया है जिसके कारण नदिया पार के लगभग बीस गांव का रामपुरा अथवा जालौन जिला से संपर्क कट गया है । इसी प्रकार ग्राम मई से जायघा जाने वाले मार्ग पर लगभग 1 फुट ऊपर पानी चल रहा है । जगम्मनपुर से जुहीखा पुल तक जाने का मार्ग अभी खुला है लेकिन जिस गति से नदियों का जलस्तर बढ रहा है उससे अनुमान लगाया जाता है कि आने वाले चौबीस घंटे बर्बादी का पैगाम लेकर आएगे। बाढ़ आपदा से संबंधित रिपोर्ट के आधार पर 22 अगस्त को चंबल नदी कोटा बैराज से 2.76 क्यूसेक (क्यूमेक 7878) पानी चल रहा है जिसमें 4.00 क्यूसेक (क्यूमेक11428) पानी छोड़ा गया है जो भिंड होकर पंचनद तक 25 अगस्त तक आने की संभावना है। इसी प्रकार सिंध नदी में मोहिनी बांध से 5500 क्यूमेक पानी छोडा गया है वह लगभग 34 घंटे में पंचनद तक आ सकता है अतः यह पानी भी 25 अगस्त के दोपहर तक आने की संभावना है। मोहिनी बांध से लगभग 6500 क्यूमेक पानी छोड़े जाने की चेतावनी दी गई है, जिससे सिंध नदी का जलस्तर 12 से 13 मीटर तक जा सकता है।
ग्राम गुढ़ा के प्रधान नरसिंह सेंगर एवं ग्राम हिम्मतपुर के प्रधान सतेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि हम सब सावधान हैं , यदि पानी के बढ़ते स्तर में स्थिरता नहीं आई तो हम लोग सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर जाएंगे। ग्राम पुरवा के कुअंर सिंह पाल सहित अनेक ग्रामवासी एवं ग्राम कंजौसा के रामनारायण निषाद ने भारी मन से कहा कि बाढ़ का यह सिलसिला तीन वर्षों से लगातार जारी है। हम लोगों के पशुओं के चारे हेतु खेतों में खडी फसल प्रति बर्ष नष्ट-भ्रष्ट हो जाती है जिस कारण अपने भूंखे पशुओं को आधी कीमत लेकर य निशुल्क देना पड़ता है।
तेजी से बढ़ रहे पानी पर सतर्क प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी निरंतर निगाह बनाए हुए है। उपजिलाधिकारी माधौगढ़, क्षेत्राधिकारी माधौगढ़, थानाध्यक्ष रामपुरा पुलिस बल के साथ बाढ़ से सम्भावित रूप से प्रभावित होने गांवो में दौरा कर लोगों को सुरक्षा के प्रति आश्वस्त करते हुए सावधान रहने की अपील कर रहे है एवं अधीनस्थों को नदी के तटवर्ती इलाकों में रहने के निर्देश दिए गए हैं।

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