जौनपुर:- एक अधेड़ की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने टी.बी.का रोग बता के पल्ला झाड़ लिया था। लेकिन सोमवार को उसके दोनों बेटों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने जिले में मचा हड़कम्प। पूरा परिवार ऑटो द्वारा मुंबई से घर आया था। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची तो वहां दहशत फैल गई। मामला रामपुर ब्लॉक के सुरेरी गांव का है।
सुरेरी निवासी जयशंकर (40) बेटे शुभम 12 वर्ष व अनिकेत 14 वर्ष सहित परिवार के संग मुंबई से वापस आए थे। 16 मई को गांव पहुँचते ही गांव से कुछ दूर स्थित एक बगीचे में परिवार के साथ क्वारन्टीन हो गए। मुंबई से लौटने के बाद से ही उन्हें खांसी व जुकाम की शिकायत थी। उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर भी गए, लेकिन असुविधाओं के कारण उपचार नहीं हो सका। 20 मई की देर रात उनकी मौत हो गई थी। मौत की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम व क्षेत्राधिकारी मड़ियाहूं विजय सिंह भी मौके पर पहुंचे थे, लेकिन वहां मृतक का कोरोना जांच हेतु सैंपल नहीं लिया गया।
ग्रामीणों की मानें तो चिकित्साधिकारी रामपुर डा. प्रभात यादव के मौजूदगी में टी.बी. से मौत बताते हुए शव का दाह संस्कार करा दिया गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी तो परिवार का सैंपल लिया गया। सोमवार को रिपोर्ट आई तो दोनों बेटे कोरोना से संक्रमित पाए गए। इसके बाद परिजन सहित गांव में दहशत फैल गई। आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी रामपुर डा. प्रभात यादव ने बताया कि दोनों कोरोना पॉजिटिव मिले बच्चों को हॉस्पिटल भेजा जा रहा है।