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स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो अमेरिका के विश्व धर्म सम्मेलन में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया और 30 वर्ष की आयु में सार्वभौमिक पहचान दिलाई। स्वामी विवेकानंद के बारे में भारत के युवा क्या जानते हैं कितना जानते हैं शायद...
सत्य क्षत्रियों इस भ्रम से हमको उबरना होगा कि जिसके पास ज्ञान है वही ब्राह्मण है क्योंकि ज्ञान यानि ब्रह्म ज्ञान का बोध सर्व प्रथम क्षत्रियों को ही हुआ था। उदाहरण के रूप में वासुदेव श्री कृष्णा ने गीता के...
सात बातों का ध्यान रखें, यह देश हमारा प्यारा है। जान है तो जहान है, यही प्रधान का नारा है।। विश्व जहां डरा हुआ है हिम्मत अभी न हारे हैं रहे सलामत जनता अपनी प्रभुवर तेरे सहारे हैं जो जहां है वही रहे तीन मई तक टारा है सात...
यहाँ कोकिला नहीं काग है ,शोर मचाते काले- काले कीट ,भ्रमर का भ्रम उपजाते।। सुप्रसिद्ध कवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता ' जलिंयावाला बाग में बसंत' में इस मार्मिक चित्रण से भारतीय जनमानस की संवेदना को स्वर प्रदान किया है। कई...
कैसी यह उदासी छाई है ? कहाँ से यह विरानगी आई है ? दिल कुछ कहना चाहता है, पर लबों पर खामोशी छाई है , गुलज़ार रहते थे जो शहर कल तक, उसमें खालीपन की बयार आयी है । हौसलों की उड़ान पर जो उड़ा...