प्रयागराज:- महाकुम्भ-2025 के तहत दीर्घकालीन अवसंरचना प्रोजेक्ट के संदर्भ में चर्चा के लिए मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने कहा कि 2019 कुम्भ के दौरान 24 करोड़ श्रद्धालुओं का आगमन हुआ था, जिसके 2025 महाकुम्भ के दौरान और अधिक बढ़ने की सम्भावना है।

उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें पहले से ही इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना होगा, जिससे शहर में टैªफिक, साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से क्रियान्वित रख सके। इसके लिए सड़कों का चैड़ीकरण के साथ ही साथ आरओबी डेवलपमेंट, आरयूबी डेवलपमेंट पर कार्य को तेज करने की आवश्यकता है। उन्होंने साथ ही साथ पार्किंग व्यवस्था हेतु उचित प्लान तैयार करने के लिए कहा है, जिससे कि आवागमन बाधित न हो।

शहर में टैªफिक व्यवस्था सुचारू रूप से बनी रहे। इसके साथ ही साथ कुछ परमानेंट पार्किंग की भी व्यवस्था करने एवं पीडीए के द्वारा उस क्षेत्र को नो इन्फ्रास्ट्रक्चर जोन घोषित करने को कहा। मण्डलायुक्त ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि संगम क्षेत्र में ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जाये जहां पर स्थायी इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो सके, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के अनुरूप हो, जिससे इस क्षेत्र में पर्यटन की सम्भावनाओं के साथ रोजगार के अवसर को भी बढ़ाया जा सके।

इसके लिए उन्होंने कंसल्टेंट आफिसर को ड्रोन सर्वे करके इन स्थानों को चिन्हित कर कार्ययोजना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सिंचाई विभाग, गंगा प्रदूषण, जल निगम के अधिकारियों को अपना सहयोग करने के भी निर्देश दिये ताकि सभी विभाग मिलकर रूकावटों को दूर सके और इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो सके। उन्होंने कहा कि सभी सम्बंधित विभाग अपना प्लान अगली बैठक तक तैयार कर ले, जिससे आगे की कार्यवाही के लिए प्रेषित किया जा सके।

उन्होंने अरैल क्षेत्र को वीआईपी मूवमेंट्स के रूप में विकसित करने के बारे में सम्बंधित अधिकारियों के साथ चर्चा की और इसके लिए प्लान तैयार करने के लिए कहा है। मण्डलायुक्त ने ओवर ब्रिजेज और अण्डर ब्रिजेज के साथ ही साथ रिंग रोड और कनेक्टिंग रोड़ों में चल रहे कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी ली और कहा कि इसको समय से पूरा करें। सेतु निगम के अधिकारियों से मण्डलायुक्त ने एयरपोर्ट कनेक्टिविटी को कैसे और बेहतर किया जा रहा है, के बारे में जानकारी ली।

सेतु निगम के अधिकारियों ने बताया कि चैफटका, सूबेदारगंज और कानपुर रोड़ को जोड़ते हुए 300 करोड़ की परियोजना पर कार्य चल रहा है, जो 2025 के पहले पूरा कर लिया जायेगा। इसके अलावा झूंसी से अरैल को जोड़ते हुए एक 4 लेन कनेक्टिंग परियोजना पर भी कार्य चल रहा है, जो 2025 के पहले पूर्ण हो जायेगा। साथ ही साथ सलोरी से गंगा तक की कनेक्टिीविटी को भी बेहतर करने के लिए कार्ययोजना बनायी जा रही है एवं तारापुर यमुना क्षेत्र को भी शहर से जोड़ने के लिए ब्रिजेज बनाने की परियोजना पर प्लान किया जा रहा है, जिससे कि 2025 में होने वाले महाकुम्भ के पहले शहर की कनेक्टिीविटी को बेहतर से बेहतर किया जा सके।

मण्डलायुक्त ने डिजिटल कुम्भ परियोजना के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि नगर निगम के साथ-साथ इससे जुड़े विभाग आपस मेें समन्वय बनाकर इससे जुड़ी अड़चनों को दूर करें और बेहतर प्लान बनाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिससे आगे की कार्यवाही हेतु प्रेषित किया जा सके। मण्डलायुक्त ने रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत अरैल और काली घाट क्षेत्र में परमानेंट घाट के विकास के बारे में प्लान करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये।

उन्होंने इस क्षेत्र में साल भर होने वाली क्रियाकलापों जैसे-फूड कोर्ट, प्रदर्शनी, वाटर स्पोर्टस को विकसित करने के लिए प्लान बनाने को कहा है। मण्डलायुक्त ने महाकुम्भ के दौरान आपात कालीन हैलीपैड परियोजना के बारे में सम्बंधित अधिकारियों से जानकारी ली।

उन्हें बताया गया कि कीडगंज क्षेत्र में दो हैलीपैड परियोजना पर कार्य चल रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आने वाले 3-4 वर्षों में और अधिक स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने की आवश्यकता पड़ेगी, इसके लिए आप अभी से अपनी तैयारियों को शुरू कर दे, इसके लिए ट्रामासेंटर विकसित करने के लिए पहले से प्लान तैयार करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष-श्री अंकित अग्रवाल सहित अन्य विभागों के सम्बंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।