जीवन परिचय
विराज ठाकुर चंदेल जौनपुर के एक युवा संघर्षशील नेता है
जिनका कार्य करने का तरीका ,सोच, जिद्द सब बाकी नेताओं से उन्हें अलग करती है।
एक सामान्य परिवार से निकल कर अपने मेहनत,व्यवहार और संघर्ष के बलबूते आज युवाओं में बहोत ही लोकप्रिय है।
विराज जौनपुर के जलालपुर क्षेत्र के थान,लखमीपुर गांव के निवासी है ,आपका जन्म 12 नवंबर 1989 को हुआ है।
विराज ठाकुर चंदेल जौनपुर के साथ पूर्वांचल में अपने ईमानदारी व लड़ाकू प्रवित्ति के लिए जाने जाते है, चाहे धर्म की बात हो या न्याय की, सबको सबका अधिकार दिलाने के लिए हर संभव लड़ाई लड़ते है।
अपने कार्यकुसलता से सभी जाती-धर्म के लोगों बीच में लोकप्रिय है।
ऐसी कई छोटी और बड़ी घटनाए जो विराज के जीवन से जुड़ी है आइये जाने:-
- जैसे तिलकधारी महाविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव के बाद अध्यक्ष के साथ मार-पीट व दंगे करना जिसमे पहली बार 2012 में विराज ठाकुर जेल गए अन्य 250 लोगो पर अज्ञात में मुकदमा हुआ।
- 2016 में केराकत में हुए दंगे के प्रमुख आरोपी बने जिमसें उन्हें अपने 17 साथियों के साथ दोबारा 13 दिन जेल में गुजरना पड़ा 700 लोगों के ऊपर अज्ञात में मुकदमा दर्ज हुआ।
- 2017 में ही सितंबर में शुक्ला ट्रांसपोर्ट नईगंज में हुए गोलीबारी के प्रमुख आरोपित बने
‘हालांकि विराज ठाकुर का कहना है कि यह मुकदमा राजनीति से प्रेरित था उक्त घटना से मेरा कोई लेना देना नही है । - विधायक जफराबाद डॉ हरेंद्र प्रसाद सिंह व विक्रम प्रताप सिंह के साथ उनके समर्थकों में हुई मार-पीट के प्रमुख आरोपित बने।
- इटाएँ बाजार में हिन्दू बाहुल्य क्षेत्र के बीचों-बीच बन रही अवैधरूप से मस्जिद को जबरन रुकवाना, गौ तस्करों को मरवाना व उन्हें पकड़वाना उनके ऊपर कठोर कार्यवाही करवाना।
- ARTO विभाग में व्याप्त दलाली व भ्रस्टाचार के खिलाफ लड़ना।
- शिक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा BSA के फर्जी सिग्नेचर कर 18लाख रुपये के घोटाले की जांच करवाना व दोषियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवाना।
- भ्रष्ट लेखपालों व कानूनगों के खिलाफ मोर्चा खोल कर उनकी जांच कराना व दोषियों को निलंबित करवाना, सभी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय पर भ्रस्टाचार के खिलाफ अपना पोस्टर जारी कर लगवाना व toll free नम्बर जारी करना, Sc/st एक्ट के विरोध में जौनपुर में जोरदार विरोध प्रदर्शन करना।
- भिलनडीह केराकत में पूजा के नाम पर ईसाई मशिनिरियों में हो रहे धर्म-परिवर्तन के खिलाफ आवज बुलंद करना और दोषियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराना,
- 2017 में ही जौनपुर में अवैधरूप से बसे हज़ारों की संख्यां में ईरानियों और बांग्लादेशियों के बने फ़र्ज़ी आधार व पहचान पत्र को निरस्त कर उन्हें जौनपुर से भागने की लिए मोर्चा खोलना।
- प्राइवेट विद्यालयों में ज्यादा फीस के नाम पर लूट के खिलाफ मोर्चा खोलना व जन-जागरण करना, ये कुछ प्रमुख घटनाएं व कार्य विराज ठाकुर द्वारा विगत कुछ वर्षों में किये गए।