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राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ने जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश की मांग की गई

 

परशुराम जयंती पर ब्राह्मणों का राजनैतिक शक्ति बनने का किया गया आवाह्

राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ने जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश की मांग की गई


गुरुदेव निरजंन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर कैलाशानन्द गिरिजी महाराज ने की अध्यक्षता

उपमुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा और कानून मंत्री बृजेश पाठक ने भी किया सम्बोधित

14 मई लखनऊ। राष्ट्रीय युवजन ब्राह्मण सभा की ओर से भगवान श्रीपरशुराम का जन्म उत्सव कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण शुक्रवार 14 मई को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जूम और फेसबुक पर ऑनलाइन मनाया गया। कार्यक्रम में अध्यक्षता पूज्य गुरुदेव निरजंन पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 आचार्य महामण्डलेश्वर कैलाशानन्द गिरिजी महाराज ने की। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने आततायियों का अंत किया। उनके अनुसार ब्राह्मण सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया का कार्य करते हैं।
कार्यक्रम के शुरुआत में लोगों का आवाह्न किया गया कि वह अपने अपने घरों में भी दीप प्रज्ज्वलित करें। इस क्रम में भगवान परशुराम को पुष्प अर्पित करने के बाद प्रथम देव गणेश की वंदना इंडियन आइडल से लोकप्रिय हुए आकाश दुबे ने सुनायी। राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भृगुवंशी आशुतोष पांडेय ने कहा कि वर्तमान कोरोना का काल चुनौतिपूर्ण है ऐेसे में ब्राह्मण समाज अपने दायित्वों का निर्वाह निष्ठापूर्वक करें वहीं समाज भी उन्हें पूरा सम्मान दे।
अतिथियों से आग्रह किया कि उनको भगवान परशुराम जन्मोत्सव के दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित करवाने के प्रयास को सरकारों के समक्ष रखकर इस दिवस को राष्ट्रीय अवकाश घोषित एक ब्राह्मण  भिक्षा के स्वरूप में  प्रदान करे

सभा के यूपी महामंत्री हिमांशु पाण्डेय, तृप्ति दुबे, राष्ट्रीय महामंत्री मुकेश पाठक राजस्थान के संचालन में हुई इस गोष्ठी में समारोह के समारोह के अति विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि भगवान परशुराम ने क्षत्रियों का बल्कि धर्मविरुद्ध कार्य करने वालों का अंत किया था। वास्तव में भगवान परशुराम ने धर्म की स्थापना के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज वैश्विक स्तर पर सक्रीय है। भारत से लेकर अमेरिका, ब्रिटेन तक में ब्रह्मण अग्रणी सेवाएं दे रहे हैं। ब्रह्मण समाज वैश्विक स्तर पर बुद्धिकौशल पर उस समाज को नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं। ऐसे में वैश्विक स्तर पर समाज संगठित होगा तो कोई उसकी उपेक्षा नहीं कर सकेगा।
मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम सम्बंधी भ्रमों को दूर करने की आवश्यकता है। वह पितृ और मातृ दोनों भक्त थे। मुख्य प्रवक्ता के रूप में यूके लंदन से आमंत्रित वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के चेयरमेन डॉ.दिवाकर शुक्ल ने कहा कि राजनैतिक सीमाओं से परे जाकर एक प्रतिनिधि मंडल बनाकर परशुराम जयंती पर अवकाश की राष्ट्रीय मांग को मुखरित किया जाए। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने क्षत्रियों का नाश नहीं किया बल्कि जो धर्म की छति कर रहे थे उनका अंत किया।

विशिष्ट अतिथि सांसद और लोकप्रिय गायक अभिनेता मनोज तिवारी ने बताया कि उनका विवाह भी अक्षय तृतीया को हुआ था। जल्द ही वह परशुराम पर बना रहे फिल्म भी पूरी करना चाहेंगे। उन्होंने बताया कि वास्तव में परशुराम न्याय के भगवान है। उन्होंने क्षत्रियों का नहीं बल्कि अन्याय करने वालों का अंत किया। उन्होंने कहा कि जो भी अन्याय का विरोध करे वह भगवान परशुराम का अनुयायी है। इस अवसर पर उन्होंने “हिन्दु संस्कृति के वट विशाल” कविता का पाठ भी किया।

अतिथि वक्ता चितौड़गढ़ राजस्थान से सांसद चन्द्र प्रकाश ने बताया कि मातृकुंडिया में भगवान परशुराम पेनोरमा उनकी परिकल्पना में साकार करवाया गया है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने शास्त्र का जवाब शास्त्र और शस्त्र का शस्त्र से प्रतिउत्तर दिया। विशिष्ट अतिथि रोहतक हरियाणा के सांसद डॉ.अरविंद शर्मा ने ब्राह्मण समाज को राजनैतिक शक्ति बनने का आवाह्न किया। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम के मार्ग का अनुसरण कर ब्राह्मणों को अन्याय के विरुद्ध संगठित होने की आवश्यकता है। हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री हरियाणा सरकार रामविलास शर्मा ने कहा कि परशुराम जयंती अक्षय तृतीया स्वंय सिद्ध मुहूर्त है। ऐसे मांगलिक दिन को वह नमन करते हैं।
अंत मे अपने धन्यवाद संबोधन में राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला मोर्चा नम्रता पाठक पत्नी कानून मंत्री यूपी ने सभी 24 राज्यों के जनरल, महिला, चिकित्सा विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष वह समस्त कार्यकर्ताओं की ओर से धन्यवाद दिया
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ विनोद तिवारी, सीपी मिश्रा (पूर्व विधायक), नितिन चतुर्वेदी , सत्येंद्र कुमार उपाध्याय , शिवम शर्मा , सिद्धार्थ अवस्थी, इंदुकुमार पाठक , धीरज दुबे ), विजय शुक्ला , संध्या त्रिपाठी , पंडित पवन आचार्य, अतितानन्द त्रिपाठी, विनीत भारद्वाज, अतुल पांडेय, निधि वशिष्ठ, गौरव मिश्रा, रेखा दुबे , अनीता शर्मा, कंचन शर्मा, अशोक पाठक, माधेश्वर शर्मा, जयेंद्र कन्हैया लाल, वरुण पाठक, राजेश मिश्रा, धीरेंद्र नाथ उपाध्याय, हिमाचल नारेश शर्मा, दीपक गौड़, विमलकुमार सतप्ती अभय तिवारी, सूरज शर्मा, सुनील किमोठी, प्रतीक त्रिपाठी, विवेक कौशिक, गौरव मिश्रा सहित 24 राज्यो के अध्यक्ष महामंत्री अन्य पदाधिकारियों मौजूद रहे

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