Homeजालौनप्रधानमंत्री आवास के नाम पर धोखाधड़ी करने बाले लुटेरों का गिरोह सक्रिय

प्रधानमंत्री आवास के नाम पर धोखाधड़ी करने बाले लुटेरों का गिरोह सक्रिय

प्रधानमंत्री आवास के नाम पर धोखाधड़ी करने बाले लुटेरों का गिरोह सक्रिय

झांसा देकर ग्रामीणों द्वारा गूगल पे से खाते में ट्रांसफर कराए जा रहे हैं रुपए
संवाददाता सौरभ कुमार की रिपोर्ट।

रामपुरा जगम्मनपुर , जालौन। प्रधानमंत्री आवास देने के नाम पर “लखनऊ कार्यालय से बोल रहा हूँ ” कहकर ग्रामीणों को ठगने वालों का गिरोह लगातार गरीब ग्रामीणों को लूटने में लगा है।
देश भर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निशुल्क आवास प्राप्त करने की लालसा रखने वाले जरूरतमंद गरीब ग्रामीण एवं गैर जरूरतमंद लालची लोगों की भरमार है। देश के ठग बाजार के खिलाड़ियों ने ग्रामीणों की इस मनोवृत्ति को भांप कर अपना नेटवर्क अनपढ़, जरूरतमंद, लालची ग्रामीणों में फैलाना शुरू कर दिया इसके लिए उन्होंने ग्रामीणों के मोबाइल पर कॉल करके “हम लखनऊ से बोल रहे हैं, आपका नाम प्रधानमंत्री आवास के लिए चयन किया गया है । आप तत्काल रजिस्ट्रेशन हेतु हमारे कार्यालय के गूगल पे अकाउंट में रुपया जमा करो” इस प्रकार के फोन कॉल प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीणों के मोबाइल पर आते हैं , जिसमें कुछ लोग तो ठगों को तत्काल पहचान कर उन्हें उल्टा सीधा सुनाकर कॉल डिस्कनेक्ट कर देते हैं किंतु कुछ भोले भाले ग्रामीण नटवरलालों के फंदे में फंस कर अपने शुभचिंतकों से भी यह बात छुपाते हुए चुपचाप अपेक्षित रुपया गूगल पे के माध्यम से ट्रांसफर करवा देते हैं । बाद में ठगे जाने की जानकारी होने पर अपना सिर धुनते हुए लोगों से मदद की गुहार करते दिखाई देते हैं । विकास खंड रामपुरा अंतर्गत ग्राम जगम्मनपुर निवासी रामकेश पुत्र मटरू शाक्यवार के मोबाइल नंबर 9170783261 पर मोबाइल नंबर 975948313 से उक्त आशय का कॉल आया और तत्काल बिना किसी को बताए रजिस्ट्रेशन शुल्क ₹2500 गूगल पे से ट्रांसफर करने को कहा। रामकेश की पुत्री प्रिया एवं पत्नी जयकांति ने तीन लाख बीस हजार का लाभ समझकर बिना किसी को बताए चुपचाप बाजार में अजीत के कैफे पर जाकर बताए गए मोबाइल नंबर 8534822361 पर गूगल पे करने के लिए रुपए दिए । एक ट्रांजैक्शन पूरा होने पर दोबारा दस हजार रुपया भेजने को कहा गया तो कैफे आपरेटर अजीत को संदेह हुआ और उसने कुमारी प्रिया से पूछा तो उसने असली बात छिपाते हुए बताया कि हमारे फूफा जी का नंबर है तब अजीत सिंह ने पुनः दस हजार रुपये उसी खाते में ट्रांसफर कर दिए। दूसरा ट्रांजैक्शन सफल होने पर कागज खर्चा के नाम पर पुनः दो सौ रुपया और भेजने को कहा गया तब तीसरी बार मां बेटी जयकांति व प्रिया ने दो सौ रुपया और भिजवा दिए। इस प्रकार इन लोगों ने तीन बार में बारह हजार सात सौ रुपया ठगों की मुट्ठी में थमा दिए। हद तो तब हो गई जब लालची ठगों का पेट नहीं भरा और मोबाइल नंबर 9759483313 , मोबाइल नंबर 8127320902 , मोबाइल नंबर 8534822361 से रामकेश के मोबाइल पर बार-बार और रुपया ट्रांसफर करने के लिए कॉल करते रहे लेकिन इस वक्त महिलाओं पर और रुपया न होने पर भेजने से इंकार कर दिया गया। इस घटना की जानकारी रामकेश को मिलने पर उसने अन्य लोगों से चर्चा की तब उसे अपने ठगे जाने का एहसास हुआ। इसी प्रकार लगभग 15 दिन पूर्व जगम्मनपुर की एक पशुपालक कृषक महिला सोना देवी पत्नी सोवरन राजपूत से भी आवास के नाम पर बीस हजार रुपया की ऑनलाइन ठगी का मामला प्रकाश में आया है ।
उक्त संदर्भ में खंड विकास अधिकारी रामपुरा ओमप्रकाश द्विवेदी से बात करने पर उन्होंने बताया कि स्थाई पात्रता सूची प्रत्येक ग्राम पंचायत में पहले ही बन चुकी है उसी में से लक्ष्य के अनुसार वरीयता क्रम में आवास दिए जा रहे हैं । वर्तमान समय में पीएम आवास की साइड बंद है अतः नए रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकते। पूर्व में जो सूची बनी है उसी में वरीयता क्रम के आधार पर आवास देने के लिए हम वाध्य हैं , अभी कोई नया नाम नहीं जोड़ा जा सकता । इस तरह के फोन कॉल पर भ्रमित होकर झांसे में आकर किसी को रुपया ट्रांसफर नहीं करना है इसके लिए ग्रामीण सावधान रहें । किसी प्रकार की समस्या अथवा जानकारी के लिए हमारे मोबाइल नंबर 8755151245 पर संपर्क कर सकते हैं।

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