सत्य क्षत्रियों इस भ्रम से हमको उबरना होगा कि जिसके पास ज्ञान है वही ब्राह्मण है क्योंकि ज्ञान यानि ब्रह्म ज्ञान का बोध सर्व प्रथम क्षत्रियों को ही हुआ था। उदाहरण के रूप में वासुदेव श्री कृष्णा ने गीता के...
“दुनिया ने अनेक महामारियाँ देखी हैं; मानव जाति इनसे उबरी है” जब पूरी दुनिया इतिहास के सबसे कठिन दौरों में से एक दौर से गुजर रही है और निकट भविष्य के डर ने मानव जाति को जकड़ रखा है, आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण...
स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो अमेरिका के विश्व धर्म सम्मेलन में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया और 30 वर्ष की आयु में सार्वभौमिक पहचान दिलाई। स्वामी विवेकानंद के बारे में भारत के युवा क्या जानते हैं कितना जानते हैं शायद...