समरसिंह इण्टर कॉलेज के प्रचार्य पद के चयन की अनियनितता को लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई।।
संवाद सूत्र रामपुरा:- नगर के समरसिंह इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य निरंजन के सेवा निवृत्त होने के बाद नये प्राचार्य के रूप में 2005 में चयनित रामआसरे सिंह को प्रभारी प्राचार्य बनाने पर विवाद गहरा गया। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की जा चुकी हैं।
समरसिंह इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य के सेवानिवृत्त होने के बाद कॉलेज में नये प्रधानाचार्य के रूप में सबसे सीनियर प्रोफेसर भूगोल प्रदीप कोरी को नियमानुसार दावेदार माना जा रहा था। परंतु विद्यालय प्रबंधन व अधिकारियों की मिली भगत से एक कनिष्ठ शिक्षक को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाये जाने पर वरिष्ठ प्रोफेसर प्रदीप कोरी ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराकर उक्त चयन प्रक्रिया की जाँच की मांग की हैं। प्रोफेसर प्रदीप कोरी ने बताया कि उनकी पोस्टिंग समरसिंह इण्टर कॉलेज रामपुरा में 1996 में हुई थी। जबकि रामआसरे सिंह की पोस्टिंग 2005 में समरसिंह इण्टर कॉलेज में हुई हैं। नियमानुसार सबसे पहले प्रभारी प्राचार्य बनने का अधिकार उनका प्रदीप कोरी का होता हैं, लेकिन विद्यालय प्रबंधन व अधिकारियों की मिली भगत से उनका अधिकार छीना गया है। जिसकी जाँच होना जरूरी है। प्रोफेसर प्रदीप कोरी द्वारा उक्त प्रकरण की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर बीते माह की 19 तारीख से करना शुरू की थी। लेकिन तब से लेकर 14 अप्रैल तक उनके द्वारा 13 बार ऑनलाइन मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है लेकिन एक भी शिकायत का अभीतक कोई जवाब नहीं आया। जो अपने आप में एक गंभीर समस्या है।